संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया और आज मंगलवार को दूसरे दिन भी इसके हंगामेदार होने की संभावना है. संसद के दोनों सदनों में सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने अंदाज में भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं.
सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा. सदन में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत, टीएमसी, टीडीपी, डीएमके और एआईएडीएमके ने अलग-अलग मुद्दों पर सदन के भीतर हंगामा किया. दोनों सदन में किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी. इससे पहले बजट सत्र का पिछला चरण भी कई मुद्दों के कारण सुचारू ढंग से नहीं चल सका था.
कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष पीएनबी घोटाले और नीरव मोदी के देश छोड़कर भाग जाने को लेकर सदन में मुद्दा उठाने की तैयारी में है. पहले दिन इसी मुद्दे पर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले टीएमसी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध किया. हीरा कारोबारी नीरव मोदी पर हजारों करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का आरोप हैं. कई सांसदों ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव भी दिया था, लेकिन सभापति की ओर से प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी गई.
सत्ता पक्ष इस मुद्दे पर थोड़ी बहस चाहती है, जबकि खुद वह संसद में पी चिदंबरम के पद छोड़ने से पहले गीतांजलि को मदद दिए जाने के मामले को उठाना चाहती है, ऐसे में दोनों पक्ष की ओर से जोरदार हंगामा होने के आसार हैं.
इसके अलावा त्रिपुरा में मार्क्सवादी नेता लेनिन की प्रतिमा तोड़े जाने का मामला सदन में उठाए जाने के आसार हैं. त्रिपुरा में 25 साल पुराने वाम सरकार के जाने और भारतीय जनता पार्टी सरकार के अस्तित्व में आने से पहले लेनिन की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया गया है.
संसद के दूसरे दिन की कार्यवाही से पहले संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में बीजेपी की संसदीय पार्टी की बैठक हुई.
दूसरी ओर, वित्तीय सलाहकार समिति की भी आज बैठक होगी. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी जानना चाहती हैं कि विपक्षी दल सदन की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलाना चाहते हैं या नहीं. कांग्रेस, टीएमसी, बीजेसी जैसी पार्टियां चाहती है कि एनपीए मुद्दे पर बहस हो, सरकार सैद्धांतिक तौर पर इसके लिए राजी भी हो गई है. इस पर दोपहर 12 बजे के बाद 4 घंटे के लिए बहस हो सकती है.