इंदौर के अनाथालय में बाल शोषण के मामले में केस दर्ज होने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने जोधपुर, सूरत, कोलकाता और बेंगलुरु में स्थित अनाथालय की अन्य शाखाओं के संबंध में संबंधित सरकारों से रिपोर्ट तलब की है। इसके लिए चार सप्ताह का समय दिया गया है।
आयोग ने कहा कि उसने मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि मध्य प्रदेश के इंदौर में एक अनाथालय में चार से 14 साल की उम्र के बच्चों को यातना दी जा रही है। मामले में पुलिस ने बाल कल्याण समिति की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की है।
इंदौर से बाहर के अनाथालयों की जांच भी आवश्यक- आयोग
आयोग ने कहा कि इंदौर के अलावा, अनाथालय की राजस्थान के जोधपुर, गुजरात के सूरत, कोलकाता और बेंगलुरु में शाखाएं हैं। आयोग ने कहा कि समाचार रिपोर्ट की प्रकाशित सामग्री सच है तो अनाथालय में रह रहे बच्चों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। ऐसे में इंदौर से बाहर स्थित अनाथालयों की जांच भी आवश्यक है।
राज्यों के मुख्य सचिवों को नोटिस जारी
आयोग ने राजस्थान, गुजरात, बंगाल और कर्नाटक राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को नोटिस जारी कर अनाथालय की शाखाओं का निरीक्षण कर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को भी चार सप्ताह में मामले में उठाए कदमों की जानकारी देने का निर्देश दिया है।