लखनऊ: जानकीपुरम में पॉवर विंग फाउंडेशन के लोगों ने दो नाबालिग बहनों की शादी होने से पहले ही उनको बचा लिया। रविवार रात को बाल विवाह की सूचना पर पहुंची फाउंडेशन की महिला सदस्यों ने मौके से एक दूल्हे को दबोच लिया, जबकि दूसरा परिवार के साथ भागने में सफल रहा। इसके बाद पकड़े गये दुल्हे को पुलिस के हवाले कर दिया गया। आरोप है कि जानकीपुरम पुलिस ने आरोपियों को बिना कार्रवाई किए ही छोड़ दिया गया।
रविवार रात को जानकीपुरम के अटल चौराहे के पास दो नाबालिग लड़कियों की शादी करायी जा रही है। किसी ने इसकी सूचना पॉवर विंग फाउंडेशन की अध्यक्ष सुमन रावत को दी। इसके बाद सुमन रावत संगठन की अन्य महिला सदस्यों के साथ मौके पर पहुंची और मामले की वास्तविकता का पता किया। उन्होंने नाबालिग लड़कियों की शादी कराये जाने का विरोध किया। इस पर लड़के पक्ष के लोग संगठन के सदस्यों से उलझ गए। इसके बाद फाउंडेशन के लोगों ने सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर जैसे ही पुलिस मंडप पहुंची वहां अफरा-तफरी मच गयी।
इस बीच फाउंडेंशन के लोगों ने एक दुल्हे को धर लिया, जबकि एक दूल्हा परिवार वालों के साथ भाग निकला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवकों की उम्र लड़कियों से दोगुनी थी। इनमे बड़ी लड़की की उम्र 16 साल की थी और उसकी शादी बाराबंकी निवासी 34 साल के युवक के साथ करायी जा रही थी। वही दूसरी लड़की की उम्र 14 साल की है और उसकी शादी सीतापुर निवासी 28 साल के युवक के साथ हो रही थी। पकड़े जाने पर आरोपी युवक ने अपनी उम्र 20 साल बतायी।