कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला है। चिदंबरम ने गुरुवार को कहा, ‘देश की राजधानी में कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा अपराध की ‘खतरनाक ढंग से बिगड़ती’ स्थिति के लिए क्या बहाना देगी।’
बता दें कि दिल्ली में अपराध के मामले में दिल्ली पुलिस ने आंकड़े जारी किए हैं। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर कांग्रेस नेता ने केंद्र पर निशाना साधा। चिदंबरम ने आगे कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने 15 जुलाई तक 196 दिनों में दुष्कर्म के 1100 मामले दर्ज किए हैं। इसका मतलब राजधानी में दुष्कर्म के रोजाना पांच से ज्यादा मामले आए।’
पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि 2021 के मुकाबले इस साल छेड़छाड़, महिलाओं के अपहरण और पतियों द्वारा क्रूरता के मामले भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि दहेज हत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था और दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार की निगरानी में है। देश की राजधानी में खतरनाक रूप से बिगड़ते अपराध की स्थिति के लिए भाजपा क्या बहाना देगी?
दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ बढ़े अपराध
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों से पता चला कि राजधानी में पिछले साल की तुलना में इस साल के पहले साढ़े छह महीनों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं पर हमले के मामलों में करीब 19 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि इस दौरान पति और ससुराल वालों द्वारा क्रूरता की घटनाओं में 29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
6 महीने में 1100 महिलाओं के साथ दुष्कर्म
आकड़ों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में पिछले छह महीने में 1100 महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज किए गए हैं। साल 2021 में 15 जुलाई तक 1033 महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न अपराध के मामले दर्ज किए गए थे। इस साल के आंकड़ों की 2021 से तुलना करें तो इसमें 6.48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।