लखनऊ , 5 जनवरी विकासनगर इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने बिजली विभाग के अवर अभियंता सहित 6 कर्मचारियों पर लूट, बलवा, मारपीट व धमकाने का गंभीर आरोप लगाया है। पीडि़त की शिकायत पर जब पुलिस ने उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की तो उसने कोर्ट की शरण ली। इसके बाद कोर्ट ने विकासनगर पुलिस को पीडि़त की एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद विकासनगर पुलिस ने मंगलवार को रिपोर्ट दर्ज कर ली।
विकासनगर के सेक्टर-6 में राजकुमार मिश्र अपने परिवार के साथ रहता है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि बीते 13 अगस्त वर्ष 2016 की रात अचानक लाइट जली गयी। इसके बाद अगले दिन वह शिकायत लेकर सेक्टर-5 स्थित बिजली घर पहुंचे। उन्होंने जब बिजली कर्मियों से लाइट ठीक करने के लिए कहा तो बिजली कर्मियों ने 500 रुपये की मांग की। पीडि़त के साथ उनका भाई संजय भी मौजूद था। आरोप है कि जब दोनों भाइयों ने रुपये देने से इंकार कर दिया तो बिजली कर्मियों ने उनकी लाइट जोडऩे से मना कर दिया। पीडि़त ने अपनी लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि इस बात को लेकर उनका बिजली विभाग के कर्मचारियों से विवाद हो गया। बस इसके बाद उपकेन्द्र में मौजूद एक जेई सहित 6 कर्मचारियों ने राज कुमार व उनके भाई संजय पर हमला बोल दिया।
सभी ने मिलकर दोनों को मारपीटा। आरोप है कि उन लोगों ने सोने की एक चेन व कुछ रुपये भी छीन लिये। इसके बाद दोनों भाइयों को उपकेन्द्र के बाहर फेंक दिया। राज कुमार के परिवार वालों को जब इस बात का पता चला तो वह लोग मौके पर पहुंचे। घायल राज कुमार व उसके भाई संजय को परिवार वालों ने इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज कराने के बाद पीडि़त राजकुमार विकासनगर थाने पहुंचा और पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने उनकी शिकायत लेकर अगले दिन आकर एफआईआर कापी लेने के लिए कहा। अगले दिन जब वह एफआईआर कापी लेने पहुंचा तो पता चला कि उनकी रिपोर्ट ही नहीं दर्ज की गयी है।
इसके बाद पीडि़त ने इस बारे में पुलिस के अधिकारियों को भी अपनी शिकायत भेजी पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में पीडि़त राजकुमार ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने विकासनगर पुलिस को इस मामले में फौरन एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद विकासनगर पुलिस ने बीते मंगलवार को उपकेन्द्र में तैनात अवर अभियंता सहित 6 बिजलीकर्मियों के खिलाफ लूट, बलवा, मारपीट व जाने से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कर ली।
लाइट काट कर फिर जोड़ के लिए मांगे जाते है रुपये विकासनगर निवासी राजकुमार मिश्र ने बिजली विभाग की कार्यशैली को ही कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने अपनी एफआईआर में इस बात का आरोप लगाया है कि उपकेन्द्र पर तैनात कुछ संविदा कर्मचारी अधिकारियों की शह पर बिना किसी कारण लाइट काट देते हैं। इसके बाद बिजली को ठीक करने के नाम पर रुपये की मांग करते हैं। रुपये मिलने के बाद ही वह लोग लाइट सही करते हैं।