बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है। कुलसचिव ने सभी पीजी विभागाध्यक्षों, कॉलेज के प्राचार्यों और कोआर्डिनेटर को कार्यालय में रहकर कार्य करने और कार्यस्थल पर इंटरनेट की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। ताकि, ऑनलाइन की प्रक्रिया में व्यवधान नहीं उत्पन्न हो। इसके अलावा सभी शिक्षकों को मुख्यालय में रहकर घर से ही गुणवत्तापरक ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करना है। साथ ही प्राचार्य और विभागाध्यक्ष को प्रतिदिन ऑनलाइन कक्षा, शोध व पाठ्य सामग्री के संबंध में रिपोर्ट भेजेंगे। विभागाध्यक्ष रिपोर्ट समेकित कर डीएसडब्ल्यू को उपलब्ध कराएंगे। प्रत्येक सप्ताह इसे राजभवन को भेजा जाएगा।
इन बिंदुओं पर ऑनलाइन स्टडी कराएंगे प्राध्यापक
प्राध्यापकों को जवाबदेही दी गई है कि ऑनलाइन पाठ्य सामग्री विकसित करें। कक्षाओं का संचालन और प्रत्येक सप्ताह विद्यार्थियों से पढ़ाई का फीडबैक भी ऑनलाइन लें। कक्षा से पहले लेशन प्लान तैयार करें। साथ ही अगले सत्र को ध्यान में रखते हुए पाठ्य सामग्री पर कार्य करें। शोध पर जोर दें। पेपर और शोधपत्र का लेखन करने के साथ ही रचनात्मक प्रश्नों को एकत्रित कर क्वेशचन बैंक तैयार करने को कहा गया है। एक भारत श्रेष्ठ भारत पर नवाचार प्रोजेक्ट तैयार करना है। विद्यार्थियों को एकेडमिक घाटा नहीं हो इसको ध्यान में रखते हुए विभिन्न सोशल साइट््स, ईमेल के साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर विद्यार्थियों को क्लास से जोडऩे को कहा गया है।
कार्यालय में नियमों के पालन पर सख्ती
विवि के अधिकारियों, कॉलेज के प्राचार्य और गैर शैक्षणिक कर्मियों को मास्क लगाकर ही कार्यालय में उपस्थित होना है। शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। विद्यार्थियों को किसी विशेष परिस्थिति को छोड़कर विवि और कॉलेज नहीं आने को कहा गया है।
धरना प्रदर्शन पर भी रोक
विवि और कॉलेज परिसर में धरना प्रदर्शन नहीं करने का आदेश दिया गया है। सभी शिक्षक और शैक्षणिक कमर्चारियों को भी इस तरह की कोई गतिविधि नहीं करने को कहा गया है।
सेल्फ फाइनेंस में भी ऑनलाइन कक्षा संचालन
कई कॉलेजों में संचालित सेल्फ फाइनेंस कार्स में भी ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। अतिथि शिक्षकों को भी ऑनलाइन कक्षाओं के लिए सामग्री तैयार कर उसे वेबसाइट पर अपलोड करने के साथ ही लाइव कक्षा संचालित करने का निर्देश दिया है। विद्यार्थियों की रूचि को देखते हुए विवि और कॉलेजों को विभिन्न विषयों पर वेबिनार भी कराना है।