सोनम गुप्ता बेवफा है। इसका प्रमाण शायद आज कई जेबों में है, गूगल के इमेज सर्च में है, यहां तक कि यू ट्यूब में है।

एक नोट है जिस पर उसके आशिक ने लिखकर उसे बाजार में चला दिया। उसका मकसद शायद सोनम गुप्ता को बदनाम करना रहा हो, या फिर वह दुनिया को आगाह करना चाह रहा हो कि ओये राजू प्यार ना करियो।
वजह चाहे जो भी रही हो, 1000 व 500 की नोटबंदी के बाद अचानक यह नोट सोशल मीडिया पर ट्रॉल करने लगी और उसके बाद तो हर कोई ये जानने को बेताब हो गया कि वह कौन बेवफा सोनम गुप्ता आखिर है कौन ?
कई अलग-अलग शहरों से लोगों ने फेसबुक और ट्विटर पर बताने की कोशिश किया कि वह सोनम गुप्ता को जानते हैं और कई ने तो पिता व शहर का नाम तक लिख दिया। इस बीच एक सबूत फिर आया 10 रुपये के नोट पर ही कि मैं बेवफा नहीं, यह सोनम गुप्ता की ओर से लिखा गया था।
इसके बाद लोगों की दिलचस्पी और जिज्ञासा सोनम गुप्ता को लेकर और ज्यादा बढ़ गई। पर बनारस के ब्लॉगर आशुतोष तिवारी जानते हैं कि सोनम गुप्ता कौन है। उन्होंने इसे अपनी वेबसाइट बनारस.कॉम पर इसका पूरा किस्सा ही लिख डाला है, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
इसे बनारस तेरे रंग हजार फेसबुक पेज पर सबसे पहले शेयर किया गया, जहां से यह तेजी से वायरल हुआ। खुलासा हुआ है कि सोनम गुप्ता पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है। खुद रेनू गुप्ता ने इसे शेयर किया है, कारण पता नहीं, इसकी वजह कुछ भी हो सकती है।
आशूतोष तिवारी ने जो पूरी कहानी बयान की है उसमें केवल यही नहीं बताया है कि सोनम गुप्ता कौन है, बल्कि यह भी बताया है कि उससे धोखा खाने वाला कौन है और कैसे धोखा खाया। ये पूरा किस्सा एक हास्य व्यंग्य है, जिसे खूब पढ़ा जा रहा है।
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