नई दिल्ली: पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अलग-थलग करने की भारतीय मुहिम BRICS सम्मेलन में भी जारी रह सकती है।
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ BRICS में भारत कूटनीतिक पहल करता नजर आ सकता है। शनिवार को गोवा में शुरू हो रहे BRICS सम्मेलन में मेजबान भारत के अलावा, चीन, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका भी शामिल है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ पाकिस्तानी आतंकवाद का मुद्दा उठा सकते हैं।
उड़ी में हुए आतंकी हमले के कुछ दिन बाद हो रहे BRICS सम्मेलन में भारत आतंकवाद और आतंकवाद को समर्थन देने वाले के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग करेगा।
भारत पहले भी संयुक्त राष्ट्र महासभा, G 20 जैसे विश्व मंचों से पाकिस्तान प्रायोजित आंतकवाद का मुद्दा उठा चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने G 20 में पाकिस्तान का बिना नाम लिया कहा था, ‘ दक्षिण एशिया का एक देश इस क्षेत्र आंतकवाद फैला रहा है।’
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा,’ जिंदा पकड़े गए एक आतंकी ने स्वीकार किया है कि आतंकवाद को फैलाने में पाकिस्तान का हाथ है। सीमा पार आतंक का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है।’