दिल्ली के बाजारों में दो हजार के नकली नोट पहुंचे चुके हैं. इन नकली नोटों को कुछ इस तरह से कॉपी किया गया है कि उसे आसानी से पहचान पाना संभव नहीं है. नकली नोट के कारोबारियों ने न सिर्फ वॉटर मार्क कॉपी कर लिया, बल्कि सुरक्षा धागे को भी पूरी तरह असल जैसा बना डाला है.
इस्लाम में भी कई दोष जिनके बारे में सवाल उठाए जाने चाहिए: BHU प्रोफेसर
दिल्ली में इन नकली नोटों का राज तब खुला, जब दिल्ली पुलिस ने नकली नोट सप्लाई करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को जानकारी मिली थी कि 5 दिसंबर को नकली नोटों के दो बड़े कारोबारी बड़ी खेप के साथ भलस्वा गोल्फ कोर्स के पास आने वाले हैं.
इसके बाद पुलिस ने उस इलाके में जाल फैला दिया. हर तरफ पुलिसकर्मी तैनात किए गए. करीब डेढ बजे दिन में पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों की पहचान की. उनके पास एक बैग भी था. वो दोनों खरीदार का इंतजार कर रहे थे. लेकिन काफी देर तक जब खरीदार नहीं आए तो दोनो वापस जाने लगे.
तभी वहां पहले खड़े पुलिसवालों ने दोनों को पकड़ लिया. जब उनका बैग चेक किया तो उसमें से तीन लाख के नकली नोट बरामद हुए. सभी नोट 2 हजार के थे. नोटों की क्वालिटी इतनी बेहतर थी कि दोनों तस्करों ने पुलिस से कहा कि नोट असली हैं. पुलिस को भी पहले देखकर यही लगा कि शायद उनसे गलती हो गई.
जब नोट एक्सपर्ट को दिखाए गए तो जांच में पता चला कि सभी नोट नकली हैं. आरोपियों की पहचान शकील और आसिफ के रूप में हुई है. पूछताछ में आसिफ ने बाताया कि वह पिछले 5 साल से नकली नोटों का धंधा करता है. वह दिल्ली समते बिहार और यूपी में नकली नोट सप्लाई करता है.
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस उन दोनों से पूछताछ में उनके नेटवर्क के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है. नकली नोट जब्त कर लिए गए हैं.