नौकरी का झांसा देकर करीब 10 हजार बेरोजगारों से ठगी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने भारत सरकार के उपक्रम में नौकरी का इंटरनेट पर इश्तहार देकर करीब 10 हजार बेरोजगारों को ठगी का शिकार बनाया। आवेदकों से 750 रुपये का चालान जमा कराने के बाद उन्हें विभूति खंड इलाके के एक होटल में शनिवार को इंटरव्यू के लिए बुलाया।बड़ा हादसा: लखनऊ में कपड़ा गोदाम-शोरूम में लगी भीषण आग, दो कर्मचारी जिंदा जले, मचा हडकंप
होटल प्रबंधन द्वारा इंटरव्यू की जानकारी से इन्कार पर युवकों ने हंगामा किया। ठगी के शिकार लोगों ने विभूतिखंड पुलिस से शिकायत की, लेकिन उन्हें टरका दिया गया। पीड़ित अब अपने-अपने जिलों में केस दर्ज कराएंगे।
जालसाजों ने एक वेबसाइट पर कृषि एवं पशु को लेकर भारत सरकार के उपक्रम में विभिन्न पदों के लिए नौकरी का इश्तहार दिया। पैसे जमा कराने के बाद इंटरव्यू के लिए शनिवार और रविवार को अलग-अलग शिफ्टों में बुलाया। अलग-अलग जिलों से आवेदक शनिवार को होटल पहुंचे तो पता चला कि वहां कोई इंटरव्यू ही नही हो रहा है।
गोंडा व आसपास के जिलों से आए धर्मेंद्र प्रताप पांडेय , धर्मेंद्र रावत, अखंडदीप सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, अविनाश कुमार, पूनम अहिरवार, आशीष कुमार सिंह, विवेक शर्मा, सुशील कुमार, गाजीपुर के रणंजय सिंह आदि ने हंगामा करने के साथ पुलिस कंट्रोल रूम कॉल की। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने माजरा समझने के बाद उन्हें विभूति खंड थाने का रास्ता दिखाया।
एक लाख तक वेतन का इश्तहार देकर लुभाया
गोंडा के धर्मेंद्र प्रताप पांडेय व गाजीपुर के रणंजय सिंह ने बताया कि वेबसाइट पर विभिन्न पदों के लिए 18 हजार से एक लाख रुपये तक के वेतन का इश्तहार दिया गया था। इसमें यात्रा भत्ता शामिल था। उन्होंने बताया कि जालसाजों ने करीब 75 लाख रुपये की ठगी की है।