प्रधानमंत्री मोदी ने जन्मदिन के मौके पर रविवार को सुबह-सुबह अपनी मां के पास पहुंचकर आशीर्वाद लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के 56 साल लंबे इंतजार को पूरा करेंगे और सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन करेंगे. एक साथ पढ़िए रविवार सुबह की पांच बड़ी खबरें.1- PM मोदी ने जन्मदिन पर मां हीराबेन से लिया आशीर्वाद, सरदार सरोवर बांध करेंगे राष्ट्र को समर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने 67वें जन्मदिन के अवसर पर अपने गृह राज्य गुजरात पहुंचे. सबसे पहले वह गांधीनगर पहुंचे और अपनी मां हीराबेन से आशीर्वाद लिया. यहां प्रधानमंत्री से मिलने के लिए आस-पड़ोस के कई बच्चे भी पहुंचे. पीएम मोदी पहले भी अपने जन्मदिन पर मां से मुलाकात करके आशीर्वाद लेते रहे हैं. आज भी जन्मदिन के अवसर पर उन्होंने यह परंपरा निभाई. अब वह सरदार सरोवर बांध देश को समर्पित करने के साथ यहां दो रैलियों को भी संबोधित करेंगे.
2- जानें- शर्मीली प्रियंका तनेजा कैसे बनी राम रहीम की ‘हनी’ और ‘पंचकार्ड’
फिलहाल देश की फिजाओं में जो चर्चा सबसे ज्यादा गर्म है, वो हनीप्रीत के अलावा कुछ भी नहीं. गुरमीत राम रहीम की इस मुंहबोली बेटी की हकीकत जानकर या तो लोग हैरत में हैं या उसका और गुरमीत का रिश्ता लोगों के लिए एक मजाक बन चुका है. कुल मिलाकर अखबार से वेबसाइट तक टीवी से सोशल मीडिया तक हनीप्रीत ही छाई हुई है.
3- गुजरात में ‘उम्मीदों की धारा’ लेकर बढ़ेगा सरदार सरोवर बांध
जन्मदिन पर मां का आशीर्वाद लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के 56 साल लंबे इंतजार को पूरा करेंगे और सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन करेंगे. इस बांध से गुजरात के बड़े इलाके में किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. बांध से बिजली उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होगी. पीएम मोदी के हाथों बांध के 30 गेट खुलेंगे तो पानी गुजरात में उम्मीदों की धारा लेकर बढ़ेगा और मध्य प्रदेश के सैंकड़ों गांव… अपने अस्तित्व के मिट जाने की तैयारी कर रहे होंगे.
4- सुबह योग से रात के सोने तक, कुछ ऐसी है पीएम की डेली रूटीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में ये बात मशहूर है कि उन्हें स्वस्थ और सादा जीवन पसंद है. उनका योग से लगाव भी किसी से छुपा नहीं है. प्रधानमंत्री के स्वस्थ जीवनशैली का ही नतीजा है कि 67 साल के होने के बावजूद वे एक्टिव और एनर्जेटिक नजर आते हैं. पीएम मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ वाडनगर में हुआ था. उस समय वडनगर मुंबई का हिस्सा हुआ करता था, हालांकि अब वडनगर गुजरात में है.
5- अर्जन सिंह: एक घंटे का वक्त मांगा और पाकिस्तान की हार तय कर दी
मार्शल ऑफ इंडियन एयरफोर्स अर्जन सिंह भारतीय एयरफोर्स के इतिहास में पहले प्रमुख थे, जिन्होंने पहली बार देश के किसी युद्ध में एयरफोर्स का नेतृत्व किया. 1 अगस्त 1964 को अर्जन सिंह एयर मार्शल की पदवी के साथ चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनाए गए. 1965 में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम को अंजाम दिया और पाकिस्तानी टैंकों ने अखनूर शहर पर धावा बोल दिया. एयर चीफ अर्जन सिंह की यह सबसे बड़ी चुनौती थी.