केंद्र सरकार ने आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपए के नोटबंदी की घोषणा की थी, जिसके बाद योग गुरू बाबा रामदेव इस फैसले के पक्ष में खड़े दिखे थे। अब वह कैशलेस इकॉनमी की सरकार की पहल में भी पूरी तरह कंधे से कंधा मिलाकर चलते दिख रहे हैं। इसके लिए वह पतंजलि स्टोर्स को डिजिटल पेमेंट के लिए तैयार करने में लगे हैं। बाबा रामदेव चाहते हैं कि उनके स्टोर्स में 50 रुपए से ज्यादा की खरीददारी का भुगतान डिजिटल पेमेंट के रूप में हो। इससे जहां एक ओर लोगों के लेन-देन को ट्रैक किया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर कैश की कमी लोगों की खरीदारी में बाधा नहीं बनेगी।

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गौरतलब है कि देशभर में पतंजलि के करीब 5300 स्टोर्स हैं। इन सभी में डिजिटल पेमेंट के लिए रामदेव ने नवंबर के दूसरे हफ्ते में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ऐक्सिस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक से बातचीत की थी।
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इस बातचीत में उन्होंने बैंकों से पतंजलि के सभी स्टोर्स को लिंक करने के लिए कहा था। दरअसल, योग गुरू चाहते हैं कि ग्राहकों को कार्ड, वॉलेट और अन्य डिजिटल माध्यमों से पेमेंट करने की सुविधा मिल सके।
पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि डिजिटल पेमेंट से लेकर ई-वॉलेट तक हम चाहते हैं कि सभी डिजिटल सुविधा हमारे स्टोर्स में उपलब्ध हो। पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि नोटबंदी के बाद सभी स्टोर्स को दिशा-निर्देश जारी किए गए थे कि अगर किसी गरीब व्यक्ति के पास कैश नहीं है, तो उसे उधार में सामान दे दें।
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