भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में अपना पहला भाषण दिया. अमित शाह के पहले भाषण की प्रमुख बातें .
उन्होंने कहा कि पिछले 35 साल में कश्मीर सबसे ज्यादा सुरक्षित है.
पकोड़ा मुद्दे पर विपक्ष को जवाब देते हुए राज्यसभा में अमित शाह ने कहा कि बेरोजगारी से अच्छा है कि कोई युवा पकौड़ा बेच रहा है, पकौड़ा बेचना शर्म की बात नहीं है. अगर चाय वाले का बेटा पीएम बन सकता है तो पकौड़े वाले का बेटा आगे जाकर उद्योगपति भी बन सकता है.
अमित शाह ने कहा कि लोग जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बोल रहे हैं, गब्बर सिंह एक डाकू था. कानूनी रूप से टैक्स लेना क्या डकैती है.
अमित शाह ने कहा कि वंशवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण इन तीनों को मोदी ने उखाड़ फेंका है.
अमित शाह ने अपने भाषण कहा कि देश में पंचायत, लोकसभा विधानसभा के एक साथ चुनाव होने चाहिए, इससे सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि हर किसी का फायदा होगा.
अमित शाह ने कहा कि हमें विरासत में गड्ढे मिले थे, सरकार का बहुत सारा समय गड्ढा भरने में ही गया है.
अमित शाह बोले कि 30 साल के बाद देश में गरीबों की सरकार है. ये सरकार गांधी और दीनदयाल के सपनों को पूरा करने में आगे बढ़ रही है.
अमित शाह बोले कि मेरा मन भी आशंकित था कि जो 60 साल में नहीं हुआ वो कैसे होगा. लेकिन हुआ.
अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने स्वच्छ भारत का ऐतिहासिक अभियान चलाया, जो लुटियंस दिल्ली में रहते हैं उन्हें इसका महत्व नहीं पता होगा.
उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों ने बेरोजगारी की समस्या पर बात की है.
अमित शाह ने कहा कि इंदिरा जी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया फिर भी गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे नहीं खुले थे.
एनडीए सरकार ने 37 हज़ार करोड़ रुपए चुकाए.