रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारत-जापान 2+2 संवाद के अलावा, राजनाथ सिंह दोनों देशों के बीच विभिन्न सेक्टरों के मद्देनजर रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए अलग से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर जापान पहुंचे हैं। खबर है कि गुरुवार को वह टोक्यो में अपने समकक्षों के साथ मंत्री स्तरीय 2+2 वार्ता करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-जापान की रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी लोकतंत्र के साझा मूल्यों, आजादी और कानून के सम्मान पर आधारित है। 2022 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को 70 साल पूरे हो रहे हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, जापान की तरफ से रक्षा मंत्री यासुकाजू हमादा और विदेश मंत्री योहीमासा हयाशी बैठक में भाग लेंगे। खबर है कि राजनाथ सिंह भारतीय दूतावास की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे और जापान में भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करेंगे।
रक्षा मंत्रालय की तरफ से बुधवार को जारी बयान के अनुसार, भारत-जापान 2+2 संवाद के अलावा, राजनाथ सिंह दोनों देशों के बीच विभिन्न सेक्टरों के मद्देनजर रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए अलग से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वह जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशीदा के साथ मुलाकात करेंगे।
दोनों देशों के बीच यह दूसरी तथा फूमियो किशिदा के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली टू प्लस टू बैठक है। उल्लेखनीय है कि पहली बैठक 30 नवंबर 2019 को हुई थी जिसमें रक्षा मंत्री सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर ने भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया था जबकि जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के तत्कालीन विदेश मंत्री तोशीमत्शिु मोतेगी और रक्षा मंत्री तारो कोनो ने किया था।
इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष इस साझीदारी को और सशक्त बनाने के लिए नये कदमों के बारे में विचार विमर्श करेंगे। भारत एवं जापान के बीच टू प्लस टू बैठक ऐसे समय में हो रही है जब हिंद प्रशांत क्षेत्र में ताइवान को लेकर चीन की आक्रामकता एवं अमेरिका के जवाबी कदमों से भूराजनीतिक माहौल गर्म है।
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