रिपोर्ट में कहा गया है कि सवा अरब जनसंख्या वाला भारत सबसे सस्ते देशों में है। यहां कपड़े, रसायन और खाद्य प्रसंस्करण के बड़े उद्योग हैं। कई बड़े शहरों में लोगों की क्रय शक्ति बेहद ज्यादा है। क्रय शक्ति ज्यादा होने का अर्थ है कि यहां लोग ज्यादा सामान खरीद सकते हैं। वहीं कम क्रय शक्ति का मतलब है यहां लोग कम सामान खरीद सकते हैं। उधर, महंगे देशों में बरमूडा (112), बहामास (111), हांगकांग (110), स्विट्जरलैंड (109) और घाना (108) हैं।
हर लिहाज से सस्ता भारत
सर्वे में पाया गया कि दुनिया में 50 देश रहने यानी किराये के लिहाज से सस्ते हैं। इसमें नेपाल सबसे ऊपर और भारत दूसरे स्थान पर है। सस्ते अनाज यानी किराने के सूचकांक के लिहाज से भी भारत दूसरे स्थान पर है। हालांकि स्थानीय क्रय शक्ति 20.9 फीसदी कम है, लेकिन अनाज 74.7 प्रतिशत और उपभोक्ता सामान 74.9 फीसदी सस्ता है। रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में एक व्यक्ति के रहने का मासिक खर्च 18 हजार रुपये है।
न्यूयॉर्क से तुलना
भारत की न्यूयॉर्क से तुलना करने पर पाया गया कि यहां किराया न्यूयॉर्क से 70 फीसदी सस्ता है। किराना 40 फीसदी, उपभोक्ता सामान और सेवा 30 फीसदी सस्ती है।
सभी पड़ोसी देशों में रहना महंगा
इस सूची में कोलंबिया को 13वां, पाकिस्तान को 14वां, नेपाल को 28वां और बांग्लादेश को 40 वां स्थान मिला है।
दक्षिण अफ्रीका में रहना सबसे शानदार
दक्षिण अफ्रीका रहने या सेवानिवृत्त होने के लिए सबसे सस्ता देश है। प्लेटिनम, सोना और क्रोमियम के खान वाले इस देश में अर्थव्यवस्था फल फूल रही है। यहां स्थानीय खरीद क्षमता बढ़ गई है, लेकिन उपभोक्ता सामान, किराना और किराया अब भी सस्ता है। केप टाउन जैसे शहर में भी 400 डॉलर में महीने भर रहा जा सकता है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features