WASHINGTON: अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान करने वाली भारतीय मूल की अमेरिकी महिला को गुस्से से भरे सैंकड़ों ईमेल और फोन कॉल आई हैं। इनमें से कुछ में इस महिला के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए
सीएटल काउंसिल की सदस्य क्षमा सावंत उन कुछ समाजवादी अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्हें विद्वेष से भरी धमकियां और नस्ली टिप्पणियां मिल रही हैं। उन्हें मिलने वाली इन धमकियों का सिलसिला तब शुरू हुआ, जब उन्होंने अपने समर्थकों से जनवरी में अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बनने जा रहे ट्रंप के खिलाफ सार्वजनिक प्रदर्शन करने का आह्वान किया।
क्षमा ने नौ नवंबर को सीएटल सिटी हॉल में चुनाव के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा था, मैं आपसे अपील करती हूं कि मेरे साथ आइए। एक बड़ा विरोध प्रदर्शन कीजिए और अमेरिका को बताइए कि हम नस्ली एजेंडे को स्वीकार नहीं करते। यह सुनिश्चित कीजिए कि इनॉग्रेशन डे :पदभार संभालने का दिन: के मौके पर 20 और 21 जनवरी को राष्ट्रव्यापी बंद आयोजित करें और शपथग्रहण समारोह पर कब्जा करें।
उनके संवाददाता सम्मेलन की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इसका नतीजा यह हुआ कि उनके दफ्तर में धमकी भरे संदेश आने लगे।
काउंसिल की प्रवक्ता डाना रॉबिन्सन स्लोट ने ईमेल के जरिए क्यू13 न्यूज को बताया कि क्षमा के दफ्तर के एक कर्मचारी को फोन पर कहा गया था, मैं आउंगा और तुम्हारे माथे पर एवं उस के (अपशब्द के साथ) माथे पर स्वास्तिक का टैटू बना दूंगा।