भीम ऐप डाउनलोड तो खूब किया गया लेकिन उसमें कई सारी तकनीकी दिक्कते आ रही हैं। आपके सामने भी आईं होंगी ये समस्याएं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कैशलैस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए गत 30 दिसंबर को भीम (भारत इंटरफेस फॉर मनी) ऐप लांच किया था। यह एंड्रायड प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप भी बन गया है। ऐप की लांचिंग के वक्त पीएम ने लोगों को आश्वासन दिया था कि वो इस ऐप का इस्तेमाल कर सकेंगे और बिना इंटरनेट के इस ऐप को चलाया जा सकेगा। इतना ही नहीं इस ऐप पर अंगूठे से साइन-इन हो सकेगा। लेकिन पीएम के बताए हुए ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं। इस ऐप को इंस्टॉल करने के बाद लोगों के अकाउंट से पैसे कटने और न भेजने की समस्य़ा जस की तस बरकरार है।
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एक हफ्ते में लांच हुआ दूसरा वर्जन
अब ऐप को लांच हुए एक हफ्ते से ऊपर का समय हो चुका है और नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने इसका दूसरा वर्जन बुधवार को जारी कर दिया। लेकिन अभी भी कई तरह की समस्याएं से लोगों को सामना करना पड़ रहा है। एनपीसीआई ने दूसरा वर्जन लांच करते हुए दावा किया कि इस वर्जन में सभी तरह की समस्या का समाधान कर दिया गया है। लेकिन जांच करने के बाद अभी भी भीम ऐप में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं।
मोबाइल नंबर नहीं हो रहा है वैरिफाई
अमर उजाला की टीम ने जब इस ऐप की मदद से पेमेंट भेजने की कोशिश की तो वो नहीं हो पाया। ऐसा इसलिए क्योंकि पेमेंट करने के लिए पेटीएम, मोबिक्विक और बैंकों के वॉलेट की तरह इसमें भी दूसरे व्यक्ति का मोबाइल नंबर मांगा गया। जब हमारी टीम ने मोबाइल नंबर डाल कर पेमेंट करना चाहा तो पेमेंट नहीं हो पाया, क्योंकि ऐप पर मोबाइल नंबर वैरिफाई नहीं हो पा रहा था और बार-बार यह मैसेज आ रहा था कि मोबाइल नंबर गलत है। हमने वो मोबाइल नंबर डालकर पेमेंट करने की कोशिश की जो कि बैंक में रजिस्टर था।बढ़त के साथ खुला बाजार, सेंसेक्स में 150 अंकों की तेजी, निफ्टी 8200 के पार
रजिस्ट्रेशन करने में भी आ रही हैं दिक्कतें
भीम ऐप को डाउनलोड करने के बाद रजिस्ट्रेशन करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा है। रजिस्ट्रेशन के लिए एसएमएस भेजने पर कई पैसे कट गए, लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया। ऐप को डाउनलोड करने के बाद यह पहला स्टेप होता है। अगर आपका नंबर वैरिफाई नहीं होगा तो इस ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। काफी बार प्रयास करने के बाद नंबर रजिस्टर्ड हो पाया जिसके बाद बैंक अकाउंट लिंक हो सका। यह परेशानी तब देखने को मिली है
जब मोबाइल पर इंटरनेट सिगनल काफी अच्छे आ रहे थे और नेटवर्क की कोई समस्या नहीं थी। जब इस तरह की समस्याएं अभी भी आ रही हैं तो एनपीसीआई का 30 लाख से अधिक ट्रांजेक्शन होने का दावा खोखला साबित मालूम होता पड़ रहा है।