लॉकडाउन के दौरान नुकसान सहने वाले उद्योगों की मदद के लिए घोषित राहत पैकेज के बाद भी बैंक उद्यमियों को लोन देने में ढिलाई बरत रही हैं। इसपर एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने स्पष्ट किया है कि अब कोई बैंक किसी उद्यमी को लोन देने में आनाकानी नहीं करेगा। कहा, अगर प्रोजेक्ट सही है तो हर हाल में लोन देना ही होगा। यदि कोई समस्या हो तो आवेदक एमएसएमई साथी पोर्टल पर बैंक की शिकायत करें।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से कानपुर के पत्रकारों से वार्ता में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि पोर्टल पर अबतक ऐसी 30 से 35 हजार शिकायतें आ चुकी हैं। इसके लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट बनाई गई है। बैंक यदि आवेदन निरस्त करेंगे तो उसका जायज कारण बताना पड़ेगा। फिर यूनिट उसकी पड़ताल करेगी। वह खुद भी नजर रख रहे हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री और आरबीआइ गवर्नर से भी उनकी वार्ता हो चुकी है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में देश- विदेश से निवेश लाने के लिए बड़े सुधार किए गए हैं। कानपुर में लेदर हब होने के कारण यहां लैब युक्त कॉमन फैसिलिटी सेंटर और डिजाइन सेंटर खोलने की तैयारी है। ललितपुर में फार्मा पार्क और उन्नाव में मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने का प्रस्ताव भेजने पर विचार चल रहा है। उन्होंने कोरोना को लेकर यूपी में हुई तैयारियों का भी जिक्र किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित, सह प्रभारी हिमांशु दुबे तथा क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी मोहित पांडेय भी उपस्थित थे।