सीएससी नागेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी और आर्मी के मेजर का किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर में गुरुवार रात को मुख्यमंत्री मोहन यादव के वीआईपी मूवमेंट के दौरान आर्मी के मेजर और ट्रैफिक पुलिस जवान के बीच एक्सीडेंट को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि आर्मी के मेजर ने ट्रैफिक जवान के साथ मारपीट कर दी। इस दौरान क्राइम ब्रांच पुलिस वहां पहुंची और मेजर को अपने साथ गाड़ी में बिठाकर गोला का मंदिर थाने पर ले गई। हंगामा की सूचना लगते ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद दोनों पक्षों को थाने भिजवा दिया गया था। दोनों ही पक्ष के लोग एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे थे। आधी रात तक चले घटनाक्रम में मिलिट्री और पुलिस के आला अधिकारी के साथ ही पुलिस का भारी बल थाने में मौजूद रहा।
बता दें कि गुरुवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ग्वालियर आए थे, जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय में 28 अगस्त को होने वाली “रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव” को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक ली। रात करीब 9 बजे बैठक खत्म करने के बाद सीएम यादव का काफिला MITS कॉलेज इंद्रमणि नगर चौराहे निकलने वाला था। जिसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने बेरीकेट्स लगाकर रास्ता ब्लॉक कर दिया गया था। इस दौरान शताब्दीपुरम में रहने वाले आर्मी में मेजर के पद पर पदस्थ आशीष चौहान अपनी पत्नी बहन और एक दोस्त के साथ गोला का मंदिर MITS कॉलेज इंद्रमणि नगर तिराहे से कार में सवार होकर जा रहे थे।
इस दौरान एक इनोवा गाड़ी के चालक ने उनकी गाड़ी टक्कर मार दी, हादसे के बाद चालक अपनी गाड़ी लेकर भाग रहा था। अर्मी मेजर ने अपनी गाड़ी से उतरे और उसे पकड़ने का प्रयास किया तो वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसे रोक लिया। इस बात पर दोनों के विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद यह इतना बढ़ा कि मेजर ने ट्रैफिक पुलिस कर्मी के साथ मारपीट कर दी।
हंगामा और ट्रैफिक पुलिस जवान के साथ मारपीट होते देख वहां से गुजर रही क्राइम ब्रांच पुलिस की टीम रुकी और मेजर को गाड़ी में बिठाकर थाने ले गई। जिसके बाद देर रात तक थाने में हंगामा चलता रहा। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करने की बात पर अड़े थे।
बता दें कि मेजर आशीष चौहान अभी उदयपुर में पदस्थ हैं। आशीष की पत्नी ने बताया कि वह और उनके पति जब वहां से गुजर रहे थे तो सीएम का काफिला नहीं निकल रहा था। ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उनके पति से बेवजह विवाद किया और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की। इसके बाद क्राइम ब्रांच पुलिस उनके पति को जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गई। जब उसने रोकने का प्रयास किया तो क्राइम ब्रांच पुलिस ने उनके साथ बदतमीजी कर धक्का मुक्की की है।
सीएससी नागेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी और आर्मी के मेजर का किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। दोनों पक्ष में मामले की जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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