नई दिल्ली। चेन्नई की फ्रैंचाइजी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की आईपीएल में एक टीम के लिए इंडिया सीमेंट्स की बोली एक दशक पहले काफी उछाली थी, उस समय श्रीनिवासन बीसीसीआई में कोषाध्यक्ष पद पर थे, साथ ही साथ इंडिया सीमेंट्स के साथ जुड़े थे।

उस वक्त भारतीय क्रिकेट बोर्ड के शीर्ष खिलाड़ियों से उनके साथियों ने उनसे आईपीएल में बोली लगाने को कहा था, जिस वजह से उन्होंने आईपीएल में बोली लगाने का फैसला किया था। जिसपर श्रीनिवासन ने सफाई देते हुए कहा था, कि बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष और आईपीएल अध्यक्ष शरद पवार और ललित मोदी ने बोली लगाने की मंजूरी दे दी थी।
तब उन्होंने कहा कि “हमें आईपीएल के तत्कालीन अध्यक्ष ललित मोदी से निमंत्रण मिला था, कि वे बोली लगा सकते है क्योंकि मैं बीसीसीआई कोषाध्यक्ष और एमडी और इंडिया सीमेंट्स के प्रमोटर था। ‘मैंने अपने सभी सहयोगियों से सलाह ली है और आईपीएल टीम के लिए निविदा लेने और बोली लगाने के लिए इंडिया सीमेंट्स पर कोई दिक्कत नहीं है।
बता दें की चेन्नई और राजस्थान पर फिक्सिंग का आरोप लगने के बाद दोनों टीमों पर 2 साल का बैन लगा दिया गया था। इसके बाद से श्रीनिवासन पर अपने आर्थिक हितों को लेकर बीसीसीआई के दुरूपयोग का आरोप लगते रहे है।
श्रीनिवासन ने यह भी कहा, कि “अगले साल चेन्नई सुपर किंग्स के उपर से प्रतिबन्ध हटाये जाने के बाद, वो एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में आईपीएल जीतने का पूरा प्रयास करेंगे।”
श्रीनिवासन के बयान से साफ़ है, कि महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर चेन्नई के लिए पीले कपड़ो में कप्तानी करते हुए दिखाई दे सकते है, चेन्नई की तरफ से कप्तानी करते हुए धोनी का रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है।
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