समय के साथ लोगों में फोन के इस्तेमाल की जरूरत और आदत दोनों बढ़ती जा रही है। फोन ने जीवन के तमाम कार्यों को काफी हद तक आसान तो बना दिया है लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। डॉक्टर कहते हैं, भले ही मौजूदा समय में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया हो लेकिन इससे सेहत को होने वाले खतरों को लेकर भी हम सभी को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। फोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल हमारे लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, विशेषकर कम उम्र के बच्चों में यह आदत और भी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है, जिसको लेकर हमें विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो लगातार फोन की स्क्रीन पर देखते रहने की हमारी आदत शरीर के कई अंगों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। आइए आगे की स्लाइडों में इसके खतरों के बारे में जानते हैं।
नींद का पैटर्न हो सकता है प्रभावित
स्वस्थ शरीर के लिए सभी लोगों को पर्याप्त नींद लेना सबसे जरूरी होता है, हालांकि फोन के बढ़े हुए इस्तेमाल के कारण लोगों के नींद का पैटर्न काफी हद तक प्रभावित हो रहा है। इससे दैनिक कार्यों में कई तरह की समस्याएं भी आ सकती हैं। वहीं अनिद्रा की समस्या के कारण लोगों को सिरदर्द, थकान और काम करने की इच्छा न होने जैसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है।
आंखों की रोशनी पर पड़ सकता है बुरा असर
डॉक्टर कहते हैं, फोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल सबसे ज्यादा हमारी आंखों के लिए नुकसानदायक है। आंखें प्राकृतिक रूप से काफी नाजुक होती हैं, वहीं स्मार्टफोन से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों को क्षति पहुंचा सकती है। आंखों के फोटोरिसेप्टर के लिए यह काफी दिक्कतों का कारण बन सकती है, इसलिए सभी लोगों को कम से कम फोन का इस्तेमाल करना चाहिए। फोन के ज्यादा इस्तेमाल के कारण लोगों को आंखों में दर्द, धुंधला दिखाई देने या सिर में दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक
डॉक्टरों का मानना है कि फोन और लैपटॉप जैसे स्क्रीन के बढ़े हुए समय के कारण लोगों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याओं के मामले पहले से कहीं ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। फोन के कारण चूंकि हमारे नींद का पैटर्न प्रभावित हो जाता है ऐसे में यह कुछ लोगों में चिंता और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बन सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक सभी लोगों को शाम 5 बजे के बाद किसी भी तरह के स्क्रीन के इस्तेमाल को कम कर देना चाहिए।