मानसून सीजन के दस्तक देते ही खांसी-जुकाम और सीजन फ्लू के मामले काफी तेजी से बढ़ने लगते हैं। हवा में नमी बढ़ने की वजह से वायरस और बैक्टीरिया की मात्रा हवा में बढ़ने लगती है। बैक्टीरिया और वायरस नम जगहों पर आसानी से बढ़ते हैं, इसलिए मानसून में ये हवा में आसानी से फैलने लगते हैं जिसकी वजह से सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मामले काफी तेजी से बढ़ने लगते हैं।
इसकी चपेट में बच्चें और बुजुर्गों ज्यादा आते है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और वे आसानी से वायरस और बैक्टीरिया के शिकार हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि इस मौसम में हम सर्दी-जुकाम की समस्या से अपनी रक्षा करें। तो चलिए हम आपको कुछ घरेलू नुसके बतातें है जिनकी मदद से सर्दी-खांसी को ठीक करने में काफी मदद मिल सकती है और इम्युनिटी मजबूत होती है
हल्दी वाला दूध
हल्दी में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो किटाणुओं से लड़ने में मददगार होते हैं। हल्दी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करती है। इसलिए सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए रात को गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना काफी फायदेमंद होता है।
तुलसी का पानी
तुलसी का पौधा लगभग हर घर में होता है, तुलसी में एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। इसलिए तुलसी का इस्तेमाल सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए कई सालों से आयुर्वेद में किया आया है। तुलसी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी मदद करती है, जो मानसून में होने वाले सीजनल फ्लू से लड़ने में मददगार होता है। इसके लिए तुलसी की कुछ पत्तियों को पानी में उबाल लें और छानकर पीएं।
अदरक और लौंग की चाय
अदरक और लौंग, दोनों ही सर्दी-जुकाम से बचाव करने में मदद करते हैं। इनकी तासीर गर्म होती है, जो सर्दी से राहत दिलाने में मदद करते हैं। साथ ही, अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करते हैं और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। आप अदरक और लौंग की चांय का भी उपयोग कर सकते है।