नई दिल्ली : यूपी विधानसभा चुनाव खत्म होने में सिर्फ अब दो चरण का चुनाव ही बचा है। ऐसे में भाजपा नेताओं को मुस्लिम प्रत्याशियों की कमी खल रही है। अब केंद्रीय मंत्री उमा भारती व मुख्तार अब्बास नकवी को राज्य में भाजपा के मुस्लिम प्रत्याशियों के नहीं होने पर अफसोस हो रहा है। इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस बात को कहा था।
उमा भारती ने कहा है कि यह बड़ी भूल है। एक न्यूज चैनल से चर्चा में उन्होंने कहा मुझे सच में इस बात का दुख है कि हम किसी मुस्लिम प्रत्याशी को चुनाव मैदान में नहीं उतार सके मैंने इस बारे में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से बात की थी कि किस प्रकार मुसलमानों को विस चुनाव में लाया जाए।
उधर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कहा कि भाजपा ने यदि मुस्लिमों को टिकट दिया होता तो अच्छा होता। पार्टी समाज के हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है। उप्र में हमारी सरकार बनने पर मुस्लिम समुदाय का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
उमा भारती और अन्य नेताओं के इस बयान पर टिप्पणी करते हुए भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा कि जब मुसलमान भाजपा को वोट ही नहीं देते है, तो हम उन्हें टिकट क्यों दें?
खैर अब यूपी विधानसभा चुनाव लगभग खत्म होने की कगार पर है, ऐसे में भाजपा नेताओं का यह बयान कितना काम आयेगा यह तो कोई नहीं जानता है, पर एक बात साफ है यूपी के चुनाव में हमेशा से मुस्लिम वोट बैंक को रिझाने के लिए हर पार्टी अपनी तरफ से हर संभाव कोशिश करती है और इस बार भी सभी पार्टियों ने कुछ न कुछ जरूर किया, बस पीछे रह गयी तो भाजपा।