सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने एमसीएलआर दरों में 5 बेसिस प्वाइंट (0.05 फीसद) का इजाफा कर दिया है। यूनाइटेड बैंक ने नियामकीय फाइलिंग में बताया, “बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी ने बैंक की एमसीएलआर दरों में संशोधन कर दिया है। नई दरें 14 सितंबर 2018 से प्रभावी हैं।”
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने बताया कि एक साल की एमसीएलआर को 8.85 फीसद से बढ़ाकर 8.80 फीसद कर दिया गया है। वहीं छह महीने और तीन महीने की एमसीएलआर पर क्रमश: 8.65 फीसद और 8.55 फीसद रही है। वहीं ओवरनाइट और एक महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर दर क्रमश: 8.15 फीसद और 8.40 फीसद रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने लेंडिंग रेट में 20 बेसिस प्वाइंट (0.20 फीसद) का इजाफा कर दिया था। यह इजाफा तीन साल तक की सभी अवधियों के लिए था। ठीक इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक ने एक वर्ष की एमसीएलआर में 0.15 फीसद का इजाफा कर इसे 8.55 फीसद कर दिया था। वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी एमसीएलआर में 0.05 फीसद का इजाफा किया था।
विजया बैंक ने भी हाल में किया इजाफा: विजया बैंक ने भी मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में हाल ही में बढ़ोतरी का फैसला किया था। चुनिंदा अवधियों के लिए बैंक एमसीएलआर को 0.05 फीसद की दर से बढ़ा रहा है। नियामकीय फाइलिंग में बैंक ने जानकारी दी थी कि नई दरें 7 सितंबर, 2018 से लागू होंगी। एक वर्ष की एमसीएलआर को 8.65 फीसद से बढ़ाकर 8.70 फीसद कर दिया गया है। इसी तरह छह, तीन, एक महीने और एक रात वाली एमसीएलआर पर 0.05 फीसद की बढ़ोतरी की गई है।