ट्रिपल मर्डर के मामले में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। बगैर पुलिस को सूचना दिए ही लेखपाल पैमाइश कराने पहुंचा था। इसलिए जब विवाद हुआ तो कोई संभालने वाला नहीं था। लेखपाल भी हमलावरों के साथ फरीद के घर तक पहुंचा। वहां गोलियां चलने लगीं तो वह भाग निकला। लेखपाल की भी भूमिका जांची जा रही है।
जमीन विवाद के मामलों में जब भी पैमाइश होती है तो प्रशासन की तरफ से स्थानीय पुलिस को लिखित सूचना देनी होती है। जिसे संज्ञान में लेकर पैमाइश के दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस की मौजूदगी रहती है। अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनमें पुलिस नहीं जाने की वजह से पैमाइश नहीं की जाती। ये इसलिए क्योंकि विवाद की आशंका रहती है।
जब पुलिस बल उपलब्ध होता है तभी प्रशासन की टीम जाकर पैमाइश करती है। लेकिन, इस मामले में ऐसा नहीं हुआ। स्थानीय पुलिस को सूचना तक नहीं दी गई। जानकारी के मुताबिक लेखपाल रघुवीर सिंह यादव पैमाइश कराने गया था। जब विवाद हुआ तो पैमाइश रुक गई। इसके बाद इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया।
लेखपाल का बड़ा खेला तो नहीं…
लल्लन खान आपराधिक व दबंग किस्म का शख्स है। उसके पास अरबों रुपये की जमीन है। ऐसे में लेखपाल आदि उसके दबाव में रहते हैं। पूरे मामले में आशंका है कि लल्लन के प्रभाव में लेखपाल अपने स्तर से पैमाइश कराकर जमीन के बंटवारे में खेल करने के प्रयास में था। जब बवाल हो गया तो वह खुद वहां से भाग निकला। वारदात में भी पुलिस उसकी भूमिका की जांच कर रही है। क्योंकि अगर सब कुछ नियमानुसार होता तो पुलिस को सूचना जरूर दी जाती।