लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक दलित लड़की के किडनैप के साथ सामूहिक बलात्कार और धर्मांतरण का दबाव बनाए जाने का मामला सामने आया है। आरोपितों के नाम जावेद, बहादुर, महमूद और इबरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पीड़ित परिवार का इल्जाम है कि उन्हें धमकियाँ भी दी गईं और जातिसूचक शब्द कहे गए। परिजनों ने 14 जून को लड़की की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी।
पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, ‘मेरे गाँव का जावेद मुंबई में नौकरी करता है। वह मेरी बेटी से अक्सर बातें करता था और उसको मुंबई ले जाने को कहता था। इस पर मेरी बेटी मना कर देती थी। 14 जून 2022 को जावेद ने मेरी बेटी को कुछ सुंघा कर बेहोश कर दिया और बेहोशी की हालत में उसे मुंबई ले गया। मुंबई में उसने मेरी बेटी पर धर्म-परिवर्तन कर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाया। मेरी बेटी के मना करने के बाद वहाँ उसको बुरी तरह से मारा-पीटा गया।’
शिकायत में पीड़ित ने आगे लिखा कि, ‘इसके बाद जावेद ने मुंबई में मेरी बेटी का महमूद व इबरार से बलात्कार करवाने के बाद खुद भी उसके साथ रेप किया। बाद में पकड़े जाने के डर से 21 जून 2022 को जावेद ने मेरी बेटी को लाकर गोंडा के करनैलगंज रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया। इस दौरान जावेद ने मेरी बेटी को जातिसूचक गाली देते हुए कहा कि माद#$*द यदि हमारा नाम कहीं आया तो ठीक नहीं होगा।’
शिकायत के अंत में पुलिस से आरोपितों पर सख्त कार्रवाई करने की माँग की गई। गोंडा की परसपुर थाना पुलिस ने 30 जून को घटना की प्राथमिकी दर्ज की है। इस FIR में जावेद, तफज्जुल के बेटे बहादुर, महमूद और इबरार को आरोपी बनाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, SHO परसपुर इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह ने भी इस कार्रवाई की पुष्टि की है। आरोपितों पर IPC की धारा 366, 376- D, 323, 328, 504, 506 के साथ SC/ST एक्ट और धर्मांतरण विरोधी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब आरोपितों की तलाश कर रही है।