दीपक चाहर के पिता लोकेंद्र चाहर को अचानक ब्रेन स्ट्रोक आया, जिसके बाद उन्हें अलीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
भारतीय टीम के क्रिकेटर दीपक चाहर ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाना है या नहीं इसके बारे में बाद में निर्णय लेंगे। फिलहाल वह खेल से पहले पुत्र धर्म निभाएंगे। दीपक के पिता लोकेंद्र चाहर को पिछले दिनों मस्तिष्क आघात हुआ था। उन्हें मिथराज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत में सुधार में है। बता दें कि 10 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम अपना पहला टी-20 मैच खेलेगी।
पिता की देखभाल कर रहे दीपक चाहर से वीडियो कॉल के जरिये भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों ने उनके पिता की तबीयत के बारे में जानकारी ली और हौसला बढ़ाया। मंगलवार को दीपक चाहर ने अमर उजाला को बताया कि उन्होंने भारतीय टीम के मुख्य प्रशिक्षक राहुल सर (राहुल द्रविड़) और चयनकर्ताओं से बातचीत की। उनसे अनुरोध किया जब तक पापा की तबीयत खतरे से बाहर नहीं हो जाती है, तब तक वह अभ्यास नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में अच्छा इलाज मिल रहा है। पापा की तबीयत में सुधार है।
हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. राजेंद्र कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि दो दिसंबर को दीपक के पिता लोकेंद्र चाहर को मस्तिष्क आघात होने पर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। वह अलीगढ़ में एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे। उनकी हालत में सुधार है। उन्हें चिकित्सकों की टीम की देखरेख में रखा गया है। दिल्ली के अपोलो अस्पताल से भी संपर्क में हैं। दो-तीन दिन में उन्हें छुट्टी दी जा सकती है। पिता की तबीयत खराब होने की खबर सुनते ही दीपक चाहर 3 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज के अंतिम मैच को छाेड़कर अलीगढ़ आ गए थे। हॉस्पिटल में दीपक के चाचा, बहन हैं।