उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में यूपी एसटीएफ को शनिवार को उस समय बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन सॉल्वर गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को थाना मानिकपुर क्षेत्र से रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया गया। यह गैंग अभ्यर्थियों को बरगलाने का काम करता था। वे परीक्षार्थियों को यह विश्वास दिलाते थे कि उनके पेपर को एक एक्सपर्ट सॉल्व करेगा, जिससे उनकी नौकरी पक्की हो जाएगी। इसके बदले में ये गैंग भारी रकम वसूलता था।
पूरे राज्य में फैला हुआ था रैकेट का जाल
सूत्रों के मुताबिक, इस रैकेट का जाल पूरे राज्य में फैला हुआ था, और कई जिलों में इनके संपर्क थे। मानिकपुर थाना क्षेत्र में एसटीएफ ने शुभम सोनकर और पंकज नामक दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पता चला कि इस गैंग का मुख्य सरगना प्रयागराज के बोर्ड ऑफिस में तैनात एक बाबू है, जो इस रैकेट का संचालन कर रहा था। शुभम सोनकर का पिता फतेहपुर जिले के एक थाने में बतौर दीवान तैनात है, जिससे इस मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है। एसटीएफ को इस गिरोह के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद वे सक्रिय हो गए।
इस मामले की गहराई से जांच कर रही STF
मुखबिर की जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और दोनों आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रहे। गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, जैसे परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड और अन्य संबंधित सामग्री बरामद हुई है। एसटीएफ अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस गैंग के और कौन-कौन से सदस्य हैं और यह गिरोह कितने समय से सक्रिय था।
इसके साथ ही, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि अन्य कितने अभ्यर्थियों को इस गिरोह ने ठगा है। 31 अगस्त को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का अंतिम दिन था, और प्रतापगढ़ जिले में कुल 11 परीक्षा केन्द्रों पर यह परीक्षा आयोजित की जा रही थी। पुलिस और एसटीएफ जांच से और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है।
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