दुनियाभर में जिस तेजी से ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ रहा है। उसे देखते हुए यह फिल्म काफी कारगर साबित हो सकती है। एसी या कूलर जैसे अन्य उपकरणों के लिए आपको बिजली की आवश्यकता पड़ती है। अनुमान के मुताबिक अमेरिका की 6 परसेंट बिजली की खपत एयरकंडिश्निंग में होती है और इतनी ही खपत अमूमन सभी विकसित देशों में भी होती है। एयरकंडिश्निंग मशीनों का धरती का तापमान बढ़ाने में खासा योगदान है।

यह न सिर्फ तापमान बढ़ता है बल्कि कई तरह की खतरनाक गैसों का उत्सर्जन भी करता है। इन सबको देखते हुए कोलोराडो यूनिवर्सिटी के दो वैज्ञानिक रोंग्गूई यैंग और जियाबो यिन का दावा है कि उन्होंने एक ऐसी फिल्म यानी प्लास्टिक रैप तैयार की है। जिसे इमारत पर लगाने से उसके अंदर का तापमान ठंडा बना रहेगा। यह फिल्म रेडिएटिव कूलिंग प्रॉसेस के जरिए काम करेगी।
दावे के मुताबिक इस फिल्म के इस्तेमाल में कोई बिजली खर्च नहीं होगी। फिल्म को इमारत, घर या ऑफिस में लगा सकते हैं। इन वैज्ञानिकों का कहना है, इस फिल्म के इस्तेमाल से कमरे का तापमान काफी कम किया जा सकता है जिससे आपको ठंडक का अहसास होगा।
खबरों की मानें तो यह फिल्म polymethylpentene नामक पदार्थ से बनाई गई है। जिसमें ग्लास के छोटे-छोटे टुकड़े मिलाए गए हैं। इस सीट के एक तरफ सिल्वर की कोटिंग की गई है जो सूरज की किरणों को रिफ्लेक्ट करने का काम करती हैं।
वैज्ञानिकों की टीम की मानें तो 20 स्क्वेयर मीटर की एक फिल्म, एक घर का तापमान 20°C पर ला सकती है अगर बाहरी तापमान 40°C से कम हो तो। इसे रोल-टू-रोल मेकिंग तकनीक से भी तैयार किया जा सकता है। कीमत की बात करें तो एक स्क्वॉयर मीटर की फिल्म करीब 50 अमेरिकी सेंट में आएगी।
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