VIDEO: ये शख्स, ‘गुड लक’ के लिए काट रहा था मंदिर के चक्कर, अचानक हुआ कुछ ऐसा…
इस दौरान उसकी पत्नी और 14 महीने की बच्ची भी साथ थी। पेशे से सेल्ममेन रियाज दोद्दमावाल्ली इलाके में रहता है। उसने इस बार हुए हादसे के बारे में बताया और कि तेज रफ्तार से दौड़ती गाड़िया उसके पीछे निकली और किस्मत थी कि उसका परिवार और वो फिर बच गया।
खान की हादसों की कहानी कही ज्यादा रोचक है। सबसे पहले उसकी जान साल 2004 में आई सूनामी में बची, जहां वो जैसे-तैसे बच पाया था। इसके बाद साल 2008 में आतंकी हमलों के दौरान खान बचा था। साल 2013 में खान हैदराबाद की एक होटल की बिल्डिंग में था और जैसे ही वो उससे बाहर आया तो इमारत ढह गई।
खान की किस्मत ने उसका साथ देना यही नहीं छोड़ा क्योंकि जब वो हज यात्रा पर गया था उस वक्त भी हादसों का शिकार हुआ। सऊदी में खान के साथ दो हादसे हुए जिसमें पहला वो क्रेन के ऊपर गिरने से बचा और दूसरा एक कमरे में वो सो रहा था और वहां जनेटर में जोरधार धमाका हुआ।
हाल ही में हादसे की आपबीती बताते हुए खान ने कहा कि वो बंगलूरू की सड़कों की हालत बेहद खस्ती है। मेट्रो कंसट्रक्शन की आड़ में सड़कों में गड्ढे पड़े हुए हैं, लेकिन प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं लेता है।