अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जिन पार्क, सड़क या रास्ते को हम रोजाना देखते हैं, उसके अंदर इतिहास का खजाना छिपा होता है और हमें पता भी नहीं चलता। जब यह हैरान कर देने वाला रहस्य बाहर आता है, तब कहीं जाकर यह अहसास होता है कि यह जगह कितनी अहमियत रखती है। कुछ ऐसा ही इजिप्ट की राजधानी काहिरा में देखा गया।
काहिरा में एक बस्ती है मटेरिया। इस बस्ती के पास एक नाला बहता है। कुछ समय पहले जर्मनी और इजिप्ट के खोजकर्ता पुरानी सभ्यता से जुड़ी चीजों को खोजते हुए यहां पहुंचे थे। अपनी खोज के दौरान उन्हें प्राचीन सभ्यता से जुड़ी कुछ चीजें मिली, तो उन्होंने अपनी खोज का दायरा बढ़ा दिया।
बस्ती के आसपास जब कुछ न मिला, तो वह निराश हो गए। लेकिन इसी बीच पता नहीं उन्हें क्या सूझा, उन्होंने वहां बहने वाले गंदे नाले में खुदाई करने की ठानी। शुरुआती खुदाई में तो उनके हाथ कुछ न लगा, लेकिन करीब सौ फुट खुदाई के बाद उन्हें एक विशाल मूर्ति का धड़ नजर आया।
जब मूर्ति को निकाला गया, तो यह मूर्ति करीब 3000 साल पुरानी थी। यह उस समय वहां शासन करने वाले राजा राम्सेस सेंकड की मूर्ति थी। 26 फुट ऊंची इस प्रतिमा की खोजकर्ता चार साल से तलाश कर रहे थे। इस बस्ती को कई हजार साल पहले हेलियोपोलिस नाम का शहर बसता है।
इजिप्ट में मान्यता है कि इस जगह को सूर्यदेव ने संसार की रचना करते समय बसाया था। कई हजार साल पहले जब रोमन साम्राज्य ने इस शहर पर कब्जा किया, तो सारी इमारतों को गिराकर नए निर्माण किए। खोजकर्ताओं का मानना है कि उस दौरान ही इस मूर्ति को गिराया गया होगा।
खोजकर्ताओं को यहां बेशकीमती चीजे मिलने का अनुमान है। नाले से मिली इस बेशकीमती मूर्ति के मिलने के बाद खोज अभी जारी है। राजा राम्सेस सेंकड इजिप्ट के सबसे पॉपुलर और लंबे समय तक राज करने वाले शासक रहे हैं।
वे ईसा पूर्व 1279 (यानी करीब 3300 साल पहले) इजिप्ट की गद्दी पर बैठे थे। उन्होंने लगभग 66 साल तक राज किया। उन्हें ‘राम्सेस द ग्रेट’ कहा जाता है। प्राचीन इजिप्ट के विस्तार का श्रेय इन्हें ही दिया जाता है।
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