दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी की सभी सीमाएं एक सप्ताह के लिए सील रहेंगी। सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी एक सप्ताह के लिए दिल्ली की सभी सीमाएं सील हैं। सिर्फ जरुरी सेवाओं वाले लोगों को आने-जाने की इजाजत है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार ने लोगों से सुझाव मांगा है कि सीमाओं को आगे भी सील किया जाए या नहीं। इसके लिए सरकार ने ई-मेल और वाट्सऐप नंबर जारी किए हैं। लोग शुक्रवार तक अपनी राय दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी व्हाट्सएप नंबर 8800007722, delhicm.suggestions@gmail.com पर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के साथ सीमाएं खोलने के बारे में अपने सुझाव भेज सकते हैं और शुक्रवार शाम 5 बजे तक 1031 पर कॉल कर सकते हैं।
दरअसल, रविवार को, उत्तर प्रदेश के गौतम बौद्ध नगर जिला प्रशासन ने घोषणा की थी कि राष्ट्रीय राजधानी से लोगों के आवागमन के लिए नोएडा-दिल्ली सीमा सील रहेगी। बता दें कि दिल्ली-नोएडा, दिल्ली-गाजियाबाद, दिल्ली-गुरुग्राम और दिल्ली-फरीदाबाद की सीमाओं पर स्थानीय पुलिस कड़ी सख्ती बरत रही है। सिर्फ जरुरी सेवाओं और पास वाले लोगों को ही आने-जाने दिया जा रहा है।
दिल्ली-हरियाणा सीमा पर पुलिस की सख्ती
इससे पहले रविवार को हरियाणा सरकार ने कोरोना के बढ़ते केस के मद्देनजर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। हालांकि, दिल्ली समेत अंतरराज्यीय सीमाएं व अंतर जिला सीमाएं खोलने का निर्णय बैठक में लिया गया था। मनोहर लाल ने अधिकारियों को दिल्ली सीमा पर नजर रखने के निर्देश दिए, ताकि कोई संक्रमित व्यक्ति प्रवेश न कर सके। हरियाणा सरकार के आदेश के बाद पुलिस सीमा पर कड़ी सख्ती बरत रही है। इसकी वजह से यहां पर लोगों को रोजाना जाम का सामना करना पड़ता है।
गाजियाबाद-नोएडा सीमा पर पुलिस की सख्ती
उधर, गाजियाबाद और नोएडा की पुलिस दिल्ली से लगती सीमा पर सख्ती बढ़ा दी है। सिर्फ जरुरी सेवाओं और पास वाले लोगों को ही आने-जाने की इजाजत है। ऐसे में इन सीमाओं पर रोजाना जाम लग रहे हैं। नोएडा और गाजियाबाद के जिलाधिकारियों ने पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। इनका तर्क है कि दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं ऐसे में कोरोना से संक्रमित लोग अगर यूपी में दाखिल होते हैं तो यहां पर स्थिति और शराब हो सकती है।