राजधानी में रेफर होकर आने वाले व स्थानीय कोरोना मरीजों को अब बेड के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। केजीएमयू, लोहिया संस्थान व एसजीपीजीआइ जैसे सभी चिकित्सा संस्थानों में बेड बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी गई है। सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक, चिकित्सा संस्थानों को 75 फीसद बेड आइसोलेशन के और 25 फीसद बेड आइसीयू और एचडीयू का रखने के लिए कहा गया है। 
बेड बढ़ाने की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंसर संस्थान का भी निरीक्षण किया है। सीएमओ डॉ. आरपी सिंह के मुताबिक कोविड हॉस्पिटल के लिए कैंसर संस्थान की सुविधाएं परखी गई हैं। वहीं कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. शालीन कुमार के मुताबिक 30 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाने का सुझाव दिया था।
इन जगहों पर मिल रही लेवल-3 इलाज की सुविधा
केजीएमयू, लोहिया, पीजीआइ, एरा, इंटीग्रल, टीएसएम, विवेकानंद, मेयो, मेदांता, विद्या व सहारा व अन्य।
कोरोना मरीजों के लिए हैं अभी 283 वेंटिलेटर
राजधानी के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों अस्पतालों में मिलाकर कोरोनावायरस के लिए फिलहाल कुल 283 वेंटिलेटर की सुविधा है। कुल 28 सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज किया जा रहा है। वहीं 569 बेड एचडीयू में हैं। अब आइसीयू व एचडीयू के बेड बढ़ाकर 1000 किए जाने की तैयारी है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features