पूरे देश पर से अब नोटबंदी का असर लगभग पूरी तरह से उतर चुका है। बैंकों से नोट निकालने की सीमा भी बढ़ा दी गई है और ट्रांजेक्शन भी बिना परेशानी के जारी है, लेकिन अलवर के अरबन को-ऑपरेटिव बैंक में नोटबंदी से शुरू हुआ असर अब फिर से देखने को मिल रहा है।
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आरबीआई ने इस बैंक के खाताधारकों को आने वाले छह महीने तक सिर्फ एक हजार रुपए एक बार में निकालने के लिए आदेश दिए हैं। छह महीने बाद समीक्षा के बाद राशि को बढ़ाया जा सकता है। सोलह करोड़ रुपए के गबन के बाद इस बैंक को बुधवार को ही खोला गया है। बैंक में सिर्फ 96 हजार रुपए कैश मिला है।
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पुलिस ने बताया बैंक प्रबंधन और बोर्ड से जुड़े लोगों ने बैंक में जमा कैश निकालकर जमीनों और अन्य जगहों पर इन्वेस्ट कर दिया। मामला खुला तो एटीएस ने दर्जन भर से भी ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया और बैंक को सील करा दिया। इसके बाद बैंक के खाता धारकों ने कई चक्कर काटे, लेकिन कैश नहीं मिला। अब जाकर बैंक खोला गया है और उसमें ट्रांजेक्शन शुरू किया गया है।
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