इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में फेरबदल की बात कही है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को अपनी बागडोर अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों में सौंप देनी चाहिए। गुहा ने मंगलवार को अपनी किताब इंडिया आफ्टर गांधी की 10वीं सालगिरह पर बातचीत के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस आराम से नीतीश कुमार को पार्टी की कमान सौंप देती है तो यह एक अनोखा मेल होगा, जो स्वर्ग में बना होगा। बड़ा खुलासा: चीन से आती थी इलेक्ट्रॉनिक चिप, पेट्रोल चोरी करने वाले गैंग सरगना हुआ गिरफ्तार…
साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में नीतीश एक महान नेता हैं। कांग्रेस का हाल ऐसी पार्टी के जैसी है जिसके पास कोई नेता नहीं, जबकि नीतीश ऐसे नेता हैं जिसके पास बड़ी पार्टी नहीं। मोदी की तरह नीतीश ने न किसी का घर जलाया है, न भेदभाव करते हैं, न जाति पर ध्यान देते हैं। जोकि कम ही भारतीय नेताओं में देखने को मिलती है। ये ऐसी बातें है जो बार-बार नीतीश के नाम को आगे लाती हैं।
गुहा का मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए भारतीय राजनीति में कोई जगह नहीं बची है। अगर कांग्रेस में बड़ा फेरबदल नहीं होता है तो 131 साल पुरानी पार्टी का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। इस वक्त देश में ऐसा माहौल है जब कांग्रेस लोकसभा में अपनी सीटों की संख्या 44 से बढ़ा कर 100 कर सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर कल को कोई बदलाव होता है, तो राजनीति में दो साल काफी होते हैं। कांग्रेस का गिरना भी देश के लिए हानिकारक है क्योंकि किसी एक पार्टी का सत्ता में होना लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले 70 सालों में देश के जिन तीन राज्यों ने आर्थिक और सामाजिक रूप से विकास किया है, वे तमिलनाडु, केरल और हिमाचल प्रदेश हैं। तीनों ही राज्यों में दो पार्टियों की सरकार रही है।
वहीं जिन राज्यों में एक पार्टी का सरकार रही है, जैसे बंगाल और गुजरात को उन्होंने देश के लिए घातक बताया।