केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान के छोटे दामाद अनिल साधु ने आज तक से बातचीत में आरोप लगाया कि पासवान ने अपने सांसद बेटे चिराग पासवान और बेटियों में हमेशा फर्क किया है.
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही अनिल साधु लोक जनशक्ति पार्टी का दामन छोड़कर आरजेडी में शामिल हो गए थे. अनिल साधु ने कहा कि चिराग पासवान तानाशाह की तरह पार्टी को चला रहे हैं और वह नॉर्थ कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उनकी तरह हैं.
अनिल साधु ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मांग की है कि आरजेडी उनकी पत्नी आशा पासवान को हाजीपुर या जमुई से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट दे तो वह अपने पिता और भाई को चुनाव में हरा देगी.
अनिल साधु ने कहा कि अगर आरजेडी आशा पासवान को टिकट नहीं देती है, तो फिर उन्हें टिकट दे तो वह भी हाजीपुर या जमुई से अपने दामाद और साले को चुनाव में हरा सकते हैं. अनिल साधु ने रामविलास पासवान पर दलितों को भी ठगने का आरोप लगाया.
ऐसी खबरें हैं कि लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के खिलाफ अब उनकी बेटी आशा पासवान ही चुनावी मैदान में उतरेगी. आशा ने राजद के टिकट पर लोकसभा चुनाव में चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने अपनी पहली पत्नी के परिवार के सदस्यों की अनदेखी की है.
उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता रामविलास पासवान अब दलितों के नहीं सवर्णों के नेता हो गए हैं. उन्होंने सिर्फ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों का अपमान किया है.’ आशा ने पिता रामविलास पासवान पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि, उन्होंने सिर्फ चिराग पासवान को आगे बढ़ाया और उसी का सबसे ज्यादा ख्याल रखा. उन्हें या उनके पति की ओर कभी ध्यान नहीं दिया.’
वहीं, पासवान के दामाद अनिल साधु ने भी कहा कि यदि राजद उन्हें और उनकी पत्नी को टिकट देता है, तो वे निश्चित रूप से पासवान परिवार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. गौरतलब है कि राम विलास पासवान ने दो शादियां की हैं. उनकी पहली शादी 1960 में राजकुमारी देवी से तो दूसरी रीना से 1983 में हुई.
1981 में रामविलास पासवान अपनी पहली पत्नी से अलग हो गए थे, उन्हें पहली शादी से दो बेटियां ऊषा और आशा हैं. जबकि आशा के भाई चिराग पासवान राम विलास पासवान की दूसरी पत्नी के बेटे हैं.