एक ही आधार से हुए 38 राशन दुकानों में हुए राशन घोटाले के मामले में एफआरईआर दर्ज कराने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को जिला खाद्य अधिकारी ज्योति शाह नरवरिया के निर्देश पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों ने तीन थाने टीटी नगर, जहांगीराबाद और गांधीनगर में 7 एफआईआर दर्ज कराई हैं। इनमें 21 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।विधानसभा चुनाव: विक्रमादित्य के खिलाफ किसे उतारेगी भाजपा, सस्पेंस बरकार…
दरअसल, एक राशन दुकान में दुकानदार, सेल्समैन और सहायक सेल्समैन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसी तरह 38 राशन दुकानों के 114 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि एफआईआर कराने के लिए दुकानदारों के नाम खाद्य विभाग के अधिकारी दिनभर तलाशते रहे। जितनों के नाम मिलते जा रहे है उनके खिलाफ एफआईआर कराई जा रही है। हालांकि पीओएस मशीन उपलब्ध कराने वाली कंपनी डीएसके को ब्लैक लिस्टेट करने व कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का प्रस्ताव प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग नीलम शमी राव को भेजा गया है।
इन दुकान संचालकों के खिलाफ होनी है एफआईआर
न्यू सुरभि म.प्रा सहकारी भंडार, जुगनू सहकारी उपभोक्ता भंडार बरखेड़ी, नव बहार बाग उमराव, सुलभ उपभोक्ता भंडार, दीपक शिक्षित पंचशील नगर, विकासशील उपभोक्ता भंडार, शाहजहांनाबाद, आशीर्वाद टीटी नगर, स्टार उपभोक्ता भंडार कोतवाली, मोनिका उपभोक्ता भंडार, शानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, इंद्रा ज्योति, अल्फा छावनी रोड, शाईन महिला गौतम नगर, नूतन टीटी नगर, मदर टेरेसा नारियल खेड़ा, जयशंकर पातरा रोड बरखेड़ी, इफरा अशोका गार्डन, रूबी महिला सहकारी भंडार, सिद्वार्थ मुकद्दस नगर, न्यू सौरभ प्रिंस कॉलोनी, सुभाष चौक बरखेड़ी, नावल्टी सहकारी उपभोक्ता भंडार, आर्दश रशीदिया स्कूल के पास, भारत उपभोक्ता भंडार ऐशबाग, ओम साइर्नाथ रोशनपुरा आदि दुकानों में राशन बांटने में गड़बड़ी सामने आई थी। जिनके खिलाफ केस दर्ज कराया जा रहा है।