एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के सबसे मजबूत उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का नामांकन दाखिल होते ही उनके कानपुर स्थित दयानंद विहार, कल्याणपुर वाले घर पर हवन-पूजन हुआ। रिश्तेदारों, पड़ोसियों और भाजपा नेताओं ने रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनने के लिए प्रार्थना की। राह में आने वाले हर बाधा को दूर करने के लिए ईश्वर से कामना की। दूसरी ओर उनके गांव परौंख में जमकर आतिशबाजी हुई।अभी अभी: लुधियाना के उद्यमी का आरोप, केजरीवाल ने ठगे 10 लाख रुपये..
हवन में शामिल लोगों का कहना है कि कांग्रेस ने मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उतारा है। इसलिए हम सभी हवन के जरिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि रामनाथ कोविंद की जीत सुनिश्चित हो। भाजपा नेता अजय अग्निहोत्री ने बताया कि हम लोग हवन करके ईश्वर से जीत की कामना कर रहे हैं। हम लोगों को भरोसा ही नहीं यकीन है कि राष्ट्रपति पद पर जीत रामनाथ कोविंद की ही होगी। रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित होने के बाद से पड़ोसियों के साथ ही शहर के लोगों में गजब का उत्साह है। इसमें रमेश कोविंद, आनंद वर्मा, अजय अग्निहोत्री, संगीता शुक्ला, गुड्डू सोनकर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
टीवी पर देखा नामांकन
कल्याणपुर स्थित दयानंद विहार में लोगों ने टीवी पर रामनाथ कोविंद का नामांकन देखा। इसके साथ ही शहर में भी जगह-जगह दुकानों में लोगों को झुंड लगाकर नामांकन देखते देखा गया। लोगों को उम्मीद है कि रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनने के बाद से शहर का विकास को गति मिलेगी।
रामनाथ के गांववाले घर पर खुशी का माहौल
एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किए गए रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को नामांकन कराया तो उनके गांव परौंख (कानपुर देहात) में लोगों ने आतिशबाजी छुड़ा कर खुशी मनाई।
शुक्रवार को रामनाथ कोंविद का नामाकंन देखने के लिए लोग टीवी देखते रहे। जैसे ही उन्होंने नामांकन दाखिल किया, गांव में आतिशबाजी छूटने लगी। झींझक के ओमनगर मोहल्ला में रहने वाले उनके परिवारीजनों ने टीवी पर उनका नामाकंन को देखा। साथ ही दिल्ली में मौजूद अपने सदस्यों से जानकारी लेते रहे।
कोविंद के बड़े भाई प्यारेेलाल, उनकी पत्नी गंगाजली, पुत्र पंकज, पुत्रवधू दीपा आदि ने खुशी मनाई। उनके दूसरे बड़े भाई रामस्वरूप भारती, भतीजा दीपक, अविनाश, भतीजी कविता नामांकन में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं। झींझक स्थित घर में मौजूद बड़े भाई प्यारेलाल ने बताया कि छोटे भाई के राष्ट्रपति बनने की उम्मीद में बेहद खुशी है। पैरों में दिक्कत होने के कारण वह दिल्ली नहीं जा सके। भतीजे दीपक ने फोन पर बताया कि वह दिल्ली में चाचा के नामांकन में गया था, मुझे बहुत गर्व हो रहा है।