राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर आज मुहर लगना तय है। वह अपनी मां सोनिया गांधी की जगह इस पद को संभालेंगे। हालांकि उनका कांग्रेस अध्यक्ष बनना केवल एक औपचारिकता है क्योंकि वह अकेले ऐसे कांग्रेस नेता है जिन्होंने इस पद के लिए नॉमिनेशन भरा है। Gangrape and Rape: लखनऊ में कैंसर पीडि़ता से पहले गैंगरेप, फिर हुआ रेप, पढि़ए पूरी घटना!
गुजरात चुनाव की व्यस्तता की वजह से राहुल 16 दिसंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल सकते हैं। गुजरात चुनाव ऐसा पहला मौका है जब राहुल गांधी पार्टी कैंपेनिंग की जिम्मेदारी को खुद ही संभाल रहे हैं और उनकी सभाओं में भीड़ देखी जा रही है।
हाल ही में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा पीएम मोदी पर किये गए कमेंट पर भी राहुल के लिए एक्शन ने जनता में उनकी छवि बदली है। अय्यर ने पीएम मोदी को नीच कहा था जिसके बाद राहुल ने उन्हें कांग्रेस से सस्पेंड कर दिया था।
आपको बता दें कि राहुल गांधी को जनवरी 2013 में कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया था। जिसके बाद से वह पार्टी में दूसरे सबसे बड़े नेता के रूप में काम कर रहे थे। सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय पार्टी का प्रतिनिधित्व करती रहेंगी, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि उनसे पार्टी के कुछ महत्वपूर्ण मसलों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कहा जा सकता है।