हालांकि, पुलिसकर्मियों ने राहुल के भाषण को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताते हुए शिकायत करने वाले को चलता कर दिया।
विकासनगर के सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ चटर्जी ने बताया कि मंगलवार को राहुल गांधी ने कर्नाटक में दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार के संबंध में भावनाओं को आहत करने वाला भाषण दिया था। शिवमोग्गा नाम के युवक ने उनके भाषण का फेसबुक लाइव किया था।
सौरभ का आरोप है कि राहुल गांधी के भाषण से जनता के एक विशेष समूह को भारत सरकार के खिलाफ भड़काने का प्रयास किया गया। इससे देश की सामाजिक समरसता पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है और जाति विशेष के लोग दंगा-फसाद कर सकते हैं।