रोहित शर्मा ने बल्लेबाजी में अपनी सफलता का खोला राज
भारत के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले की गई तैयारी ने उन्हें शानदार प्रदर्शन करने में बड़ी मदद की। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए तीसरे और आखिरी वनडे में उन्होंने 121 रनों की अविजित पारी खेली थी, जिससे भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हराया था।
टेस्ट और टी-20 क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद रोहित के पास अभ्यास का ज्यादा अवसर नहीं था। आईपीएल के बाद उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला था और वनडे कप्तानी भी शुभमन गिल को मिल चुकी थी। इसके बावजूद रोहित ने खुद को फिट रखने और बेहतर तैयार करने में पूरा ध्यान लगाया। उन्होंने करीब 10 किलो वजन घटाया और सख्त फिटनेस रूटीन अपनाया।
समय का पूरा उपयोग किया
साथ ही बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर आफ एक्सीलेंस और मुंबई में पूर्व कोच अभिषेक नायर के साथ तकनीकी सुधार पर काम किया। रोहित ने बीसीसीआई डाट टीवी से बातचीत में कहा, जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया है, मुझे कभी चार-पांच महीने का समय तैयारी के लिए नहीं मिला। इसलिए मैंने इस समय का पूरा उपयोग किया।
यह समय मेरे करियर के बाकी हिस्से की समझ के लिए अहम था। मैंने अपनी शर्तों पर तैयारी की और इसका मुझे पूरा फायदा मिला। भारत और ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में बड़ा फर्क है, लेकिन मैं यहां कई बार खेल चुका हूं। मेरे लिए लय में लौटना और अपनी प्रक्रिया पर भरोसा रखना जरूरी था। इस दौरे से पहले की गई तैयारी को मैं पूरा श्रेय दूंगा। मुझे खुद को समय देना था, जो बहुत अहम रहा।
ऑस्ट्रेलिया में खेलना खास
रोहित ने कहा कि मेरा इरादा मैच को अंत तक ले जाने का था। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में खेलना हमेशा खास होता है। गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और हमें 237 का लक्ष्य मिला, जो थोड़ा कम था। शुरुआत में गेंद नई थी और पिच थोड़ा मुश्किल थी, लेकिन जैसे-जैसे गेंद पुरानी हुई, बल्लेबाजी आसान होती गई।
उन्होंने कोहली के साथ अपनी साझेदारी को लेकर कहा, हम दोनों लंबे समय से साथ खेल रहे हैं। एक-दूसरे के खेल को अच्छी तरह समझते हैं। अनुभव ने हमारी मदद की कि कब जोखिम लेना है और कब नहीं।
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