कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की आधिकारिक गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखनऊ पहुंचे तो उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। इससे आक्रोशित बघेल एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए हैं। पुलिस वाले उन्हें वापस जाने की गुहार कर रहे हैं लेकिन वह तैयार नहीं हैं।
लखीमपुर खीरी में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत मामले में लगातार कांग्रेस आक्रामक है। रविवार को बवाल के बाद ही प्रियंका गांधी देर रात लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं। रास्ते में ही उन्हें रोककर सीतापुर हाउस अरेस्ट कर दिया गया था। सरकार ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए सभी नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया। लगातार प्रियंका गांधी के हमले के बाद मंगलवार को उनकी आधिकारिक गिरफ्तारी दिखाई गई और जिस गेस्ट हाउस में उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है उसे ही अस्थाई जेल बना दिया गया।
प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के ठीक बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। बघेल ने बताया कि उन्हें लखीमपुर नहीं जाना है, उनका लखनऊ में ही कार्यक्रम है। इसके बाद भी अधिकारियों ने उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने नहीं दिया। इसके बाद भूपेश बघेल लखनऊ एयरपोर्ट के अंदर ही जमीन पर बैठकर धरना देने लगे।
वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया को एयरपोर्ट परिसर से बाहर कर दिया गया है। दोनों पूर्व सांसद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। एयरपोर्ट परिसर में बाहर ही दोनों नेता मौजूद हैं। उन्हें एयरपोर्ट पर प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है।
उधर लखीमपुर खीरी में प्रियंका गांधी को लेकर चल रहे कांग्रेसियों के आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने जिले की सीमाओं पर तो नाकेबंदी कर ही रखी है, अब शहर को भी चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दिया गया है। शहर के नवीन चौक, वैदेही वाटिका, नैपालापुर, काशीराम कॉलोनी, श्याम नाथ सहित बाहरी क्षेत्रों के अलावा शहर के अंदर भी जगह-जगह बैरियर लगाए गए हैं, ताकि धरनास्थल पर कम से कम भीड़ जुट सके और कानून व्यवस्था दुरुस्त रहे। सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि एहतियात के तौर पर शहर में बैरियर लगाए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए भारी पुलिस बल भी लगा दिया गया है।