लखनऊ में कोरोना भयावह हो गया है। मरीजों की संख्या हर रोज डेढ़ सौ पार कर रही है। स्वास्थ्य विभाग चेन ब्रेक करने में नाकाम हो रहा है। अयोध्या में मंगलवार को भी बड़ा कोरोना बम फूटा है। एक दिन में 30 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, हरदोई में आई रिपोर्ट में 14 और पॉजिटिव पाए गए है। जिसमें निजी नर्सिंग होम के दो चिकित्सक शामिल है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 377 पहुंच गई है, जिसमें 232 ठीक होकर घर जा चुके हैं।
वहीं, सोमवार को राजधानी के कई मोहल्लों में मरीजों की भरमार रही। सीएमओ की टीम ने रविवार को 833 मरीजों का सैंपल संग्रह किए। लैब में हुई जांच में 196 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। इसमें तीन लखनऊ निवासी हैं। वहीं, एक अंबेडकर नगर का मरीज है। इसमें एक मरीज की घर पर ही सांसे थमी। उधर, पुलिस कर्मी संक्रमित होने से मोहनलालगंज कोतवाली सील कर दी गई है।
अयोध्या: यश पेपर मिल व एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी भी शामिल
जिले में मंगलवार को भी बड़ा कोरोना बम फूटा है, भेजे गए नमूनों की मिली रिपोर्ट में एक दिन की ही संख्या 30 है। इसमें एचडीएफसी बैंक से तीन कर्मचारियों के साथ यश पेपर मिल दर्शननगर के पांच कर्मचारी शामिल हैं। इसके साथ ही शहर की शिवनगर कॉलोनी में छह साल के मासूम व दो महिलाएं भी संक्रमित पाई गई हैं। वहीं मसौधा, तारुन, हैदरगंज, रुदौली, बीकापुर, मायाबाजार व अयोध्या धाम से काफी संख्या में संक्रमित पाए गए हैं। सूची मिलने के बाद प्रशासन भी चिंतित नजर आ रहा है।
लखनऊ में कोरोना भयावह
रविवार को 196 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसमें नए मरीजों में महानगर के छह, इंदिरानगर के 12, मोहनलालगंज में तीन, अंसल में एक, माल एवेन्यू में एक, आलमबाग में दो, अलीगंज में एक, बंगला बाजार में एक, बंथरा में दो, माल में दो, हजरतगंज में एक, रायबरेली रोड पर दो, चिनहट में दो, बाजार खाला में तीन, गोमतीनगर में छह, दुबग्गा में एक, जिला कारागार में दो , कुर्सी रोड का एक, मोहनलालगंज में तीन, मोहिनीपुरवा में एक, वजीरगंज में एक, गोमतीनगर में दो, केजीएमयू में एक, चौक में दो, मॉडल हाउस में एक, राजाजीपुरम में दो, आशियाना में एक, कैसरबाग में दो, बीकेटी में एक, आर्यानगर में दो, काकोरी में एक, पान दरीबा में एक, ओमेक्स में एक, सदर में एक, कृष्णानगर में एक, फैजाबाद रोड का एक, कैंट के17, सीतापुर रोड का एक मरीज पाया गया है। शेष विभिन्न इलाकों के हैं। वहीं, मोहनलालगंज में दो पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद कोतवाली को पूरी तरीके से सील कर दिया गया। मौरावां मोड़ के निकट एक व्यापारी के संक्रमित मिलने के बाद गली में बल्लियां लगाकर रास्ता बंद किया गया है। कोतवाली में अब फरियादियों की शिकायत को बाहर ही ले लिया जाएगा। कार्यालय का कामकाज बंद रहेगा।
चार की मौत: तीन लखनऊ निवासी, एक अंबेडकर नगर का मरीज
राजधानी के कृष्णा नगर निवासी 69 वर्षीय बुजुर्ग कोरोना की चपेट में आ गए। 11 जुलाई को उन्हें केजीएमयू में भर्ती कराया गया। बुजुर्ग को डायबिटीज की समस्या थी। संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के मुताबिक, बुजुर्ग मरीज में एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम की समस्या हो गई। सोमवार दोपहर 12:15 पर उनका निधन हो गया। वहीं, पारा निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति को तीन दिन पहले बुखार आया। रविवार को उनकी मौत हो गई। मृत्यु के बाद मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।
परिजनों का आरोप है कि मरीज को लेकर तीन दिन पहले केजीएमयू में दिखाया गया। यहां सैंपल लेने के बाद दवा देकर वापस कर दिया गया। मरीज को भर्ती नहीं किया गया। सुबह कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आई। मरीज को अस्पताल शिफ्ट करने की तैयारी थी। इसी बीच मरीज की मौत हो गई। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, शहर में तीन मरीजों की मौत हुई है। एक प्रसाद इंस्टीट्यूट में भर्ती मरीज की भी कोरोना से मृत्यु हुई है। वहीं लोहिया संस्थान में सप्ताह भर पहले भर्ती कराए गए 40 वर्षीय मरीज की मौत हो गई। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश के मुताबिक मरीज अंबेडकर नगर निवासी था।
सैंपलिंग एक हजार पार, 43 ने जीती जिंदगी जंग
शहर में सैंपलिंग बढ़ा दी है। सोमवार को सीएमओ की टीम ने एक दिन में सर्वाधिक 1103 सैंपल संग्रह किए। इन्हें जांच के लिए केजीएमयू भेजे। वहीं, 43 रोगियों ने बीमारी से जंग जीत ली। उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। 64 क्षेत्रों को कन्टेनमेन्ट जोन बनाने व 12 कन्टेनमेन्ट जोन हटाने के लिए डीएम को पत्र भेजा गया है।