अमेरिका की सेना ने बताया है कि उन्होंने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के एक ड्रोन और एक एंटी शिप मिसाइल को तबाह कर दिया है। बता दें कि जब से इस्राइल हमास युद्ध शुरू हुआ है, तब से ही फलस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए यमन के हूती विद्रोही लाल सागर और अरब सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। हाल के समय में कई समुद्री जहाजों को हूती विद्रोहियों ने निशाना बनाया है।
यूएस सेंट्रल कमांड ने बयान जारी कर दी जानकारी
यूएस सेंट्रल कमांड ने एक बयान जारी कर बताया कि ‘यूएसएस मेसन ने एक ड्रोन और एक एंटी शिप बैलेस्टिक मिसाइल को दक्षिणी लाल सागर में तबाह कर दिया। इन ड्रोन और मिसाइल को हूती विद्रोहियों द्वारा फायर किया गया था। हमले के वक्त इलाके में मौजूद 18 जहाजों को कोई नुकसान नहीं हुआ।’ यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया कि अक्तूबर के मध्य से हूती विद्रोहियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर यह 22वां हमला था। जिस रूट पर हूती विद्रोहियों ने हमला किया, वह एक ट्रांजिट रूट है और यहां से वैश्विक व्यापार का 12 प्रतिशत ट्रेड होता है।
वैश्विक व्यापार का शिपिंग रूट हूती विद्रोहियों के निशाने पर
वैश्विक व्यापार के शिपिंग रूट पर हूती विद्रोहियों द्वारा लगातार हमले के चलते अमेरिका के नेतृत्व में लाल सागर और अरब सागर के इलाकों में बहुराष्ट्रीय नेवल टास्क फोर्स का गठन किया है ताकि शिपिंग रूट की सुरक्षा की जा सके। भारत ने भी इन इलाकों में अपने पांच युद्धक जहाज तैनात किए हैं। साथ ही अमेरिका के वित्त विभाग ने गुरुवार को हूती विद्रोहियों को वित्तीय मदद देने वाले नेटवर्क पर भी प्रतिबंधों का एलान किया है।
इस्राइल हमास युद्ध के बाद बढ़े हमले
बता दें कि इस्राइल हमास युद्ध के चलते पश्चिम एशियाई देशों में अमेरिका और इस्राइल के खिलाफ नाराजगी है। दरअसल युद्ध में अमेरिका खुलकर इस्राइल का समर्थन कर रहा है, यही वजह है कि जहां दुनियाभर में यहूदी नागरिकों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा रहा है, वहीं पश्चिम एशिया, इराक और सीरिया में अमेरिकी सैन्य बलों पर भी ड्रोन और मिसाइल हमले हो रहे हैं। सोमवार को ही उत्तरी इराक में एक ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी नागरिक घायल हो गए थे। अमेरिका का आरोप है कि ईरान समर्थित संगठन इन हमलों को अंजाम दे रहे हैं।