राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति के सीए रहे राजेश अग्रवाल की मुश्किले बढ़ती नजर आ रही हैं. राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी ने पटियाला हाऊस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में राजेश अग्रवाल के सभी काले कारनामों का खुलासा किया गया है.#Jio का बम्पर धमाका: अब 3 साल के लिए फ्री होगा JIO 4G, जिंदगीभर ‘फ्री कॉलिंग’
राजेश पर शेल कंपनियो के जरिए काले से सफेद धन करने का आरोप है. इसमें कई कंपनियों के जरिए काला धन घुमाया जाता था. वहीं पैसों को काले से सफेद करने के बदले कमीशन लिया जाता था. लालू के दामाद शैलेश और बेटी मीसा की कंपनी मिशेल को भी शेल कंपनियों के जरिए पैसा दिलाया था. इसके तहत 90 लाख रुपये की रकम राजेश अग्रवाल ने शेल कंपनियो में नगद जमा कराई थी.
इसी पैसे से मीसा और शैलेश ने दिल्ली के पालम विहार में फार्म नंबर 26 खरीदा था, जैन बंधुओं की डायरी से हुआ खुलासा कि पैसा मीसा की कंपनी में गया है. हालांकि अभी ईडी की जांच जारी है कि राजेश अग्रवाल को नगद पैसा किसने दिया था. आपको बता दें कि राजेश अग्रवाल और जैन बंधु तिहाड़ जेल में हैं. ईडी इस मामले में जांच के बाद शैलेश और मीसा के खिलाफ भी आरोपपत्र दायर कर सकता है.
ईडी की जांच जारी है कि राजेश अग्रवाल को नगद पैसा किसने दिया था. फिलहाल राजेश अग्रवाल और जैन बंधु तिहाड़ जेल में है. राजेश अग्रवाल की पटियाला हाउस कोर्ट जमानत पहले ही खारिज कर चुका है. इस मामले में राजेश के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के बाद मुमकिन है कि ईडी इस मामले में जांच आगे बढ़ने के बाद शैलेश मीसा के खिलाफ भी आरोपपत्र दायर कर सकता है.
16 मई को पड़े थे छापे
इनकम टैक्स ने 16 मई को सुबह लालू प्रसाद यादव के 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी. यह छापे बेनामी संपत्ति के मामले में मारे गये हैं. इनकम टैक्स ने सुबह 8.30 बजे से छापेमारी कर रही थी. इनकम टैक्स ने दिल्ली, गुड़गांव के इलाकों में छापेमारी की, इस दौरान लगभग 1000 करोड़ की संपत्ति पर छापेमारी की गई थी. जिसके बाद मीसा भारती से घंटो पूछताछ भी की गई थी.