लेबनान की राजधानी बेरूत में धमाके से पूरी दुनिया सहम गई. धमाका इतना ताकतवर था कि आसपास के 10 किलो. तक के क्षेत्र में इसका भयंकर प्रभाव देखा गया है। इस धमाके के बाद कई देशों की तरफ से पीड़ित देश की सहायता करने की बात कही गई थी, जहां इसको लेकर बुधवार को आपातकालीन चिकित्सा सहायता और फील्ड अस्पतालों को बचाव विशेषज्ञों और ट्रैकिंग कुत्तों के साथ लेबनान में भेजा गया।
शहर के बंदरगाह में हुए विस्फोट ने बड़े पैमाने पर विनाश किया और इसमें कम से कम 113 लोगों की मौत हो गई। यहां दुखद बात यह भी है कि लेबनान देश पहले से ही संकट के बुरे दौर से जूझ रहा है। राजधानी में हुए धमाके के बाद सबसे पहले खाड़ी राज्यों ने मदद की आवाज उठाई, जिसमें कतर ने लेबनान की चिकित्सा प्रणाली पर दबाव को कम करने के लिए फील्ड अस्पतालों को भेजा, जो पहले से ही कोरोना वायरस महामारी द्वारा पीड़ित है।
कतर ने एक हजार बेड वाले दो फील्ड अस्पतालों को भेजा। इसी तरह का एक अस्पताल इराक ने भेजा है। इसके अलावा कतर ने जनरेटर और चादरें भेजी। बेरूत में कुवैत से चिकित्सा आपूर्ति भी पहुंची, क्योंकि लेबनान के रेड क्रॉस ने कहा था कि विस्फोट के बाद 4,000 से अधिक लोगों को चोटों के लिए इलाज किया जा रहा था।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features