कोरोना संकट की वजह से जारी लॉकडाउन अपने पांचवें चरण में प्रवेश कर गया है. केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लॉकडाउन 5.0 को लेकर गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. हालांकि, इस लॉकडाउन में केंद्र ने अनलॉक-1 की भी गाइडलाइंस जारी कीं तो कई राज्यों ने अपने-अपने सूबे के नियम भी बताए कि वो अनलॉक-1 को किस तरह से लागू करेंगे. लॉकडाउन 4.0 के बाद लॉकडाउन 5.0 में अब अनलॉक-1 की रियायत भी शुरू हुई है. 3 चरणों में शुरू होने वाली इन रियायतों को लेकर केंद्र सरकार ने तो गाइडलाइंस जारी कर दी हैं, मगर उसने राज्यों को फैसला करने का अधिकार भी दिया है.
मोदी सरकार 2.0 के सत्ता पर काबिज होने के एक साल पूरा होने के मौके पर इंडिया टुडे ग्रुप ने ई-एजेंडा आजतक कार्यक्रम आयोजित किया. ई-एजेंडा आजतक के मंच पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने शिरकत की. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर एक तरफ जहां सरकार के मंत्रियों ने अपने कामकाज का लेखा-जोखा रखा तो वहीं विपक्ष के नेताओं ने सरकार की नाकामियां गिनाई. इस कार्यक्रम में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी शिरकत की. अमित शाह ने इस दौरान दिल्ली में हुए दंगों पर भी बयान दिया.
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने से भीषण गर्मी से राहत मिली है. तापमान में गिरावट दर्ज होने के साथ मौसम सुहावना हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई इलाकों में आज यानी रविवार को भी आंधी-तूफान के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में बारिश के आसार हैं.
केंद्र सरकार ने शनिवार को लॉकडाउन 5.0 की गाइडलाइंस जारी कर दीं. हालांकि सरकार इसे अनलॉक 1 कह रही है. 1 जून से 30 जून तक रहने वाले लॉकडाउन 5.0 में सरकार की ओर से लोगों को कई तरह की राहत दी गई हैं. इसमें से एक है एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना. गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक, अब लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य जाने के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, सरकार के निर्देश के बाद भी इस पर अभी सस्पेंस बरकरार है कि क्या नोएडा या गुरुगाम में रहने वाले लोग आसानी से दिल्ली जा सकेंगे.
कोरोना वायरस महामारी के कारण महाराष्ट्र विश्वविद्यालय ने फाइनल परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है. ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बात की और कहा कि यह सुनिश्चित करते हुए परीक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए कि इससे कोरोना वायरस का प्रसार नहीं होगा. एक आधिकारिक बयान में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया कि यह स्पष्ट हो रहा है कि जुलाई में परीक्षाएं नहीं हो सकती हैं, लेकिन इस संबंध में अनिश्चितता समाप्त होनी चाहिए और सभी विकल्पों का पता लगाया जाना चाहिए.
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