वाराणसी में ई-रिक्शा संचालन की नई व्यवस्था लागू होने के बाद अब निर्धारित रूट पर ही वाहनों को प्रवेश दिया जा रहा है। क्यूआर कोड के आधार पर ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं। वहीं अब 20 सितंबर तक ही ई-रिक्शा को क्यूआर कोड मिलेगा।
कमिश्नरेट के काशी जोन के 11 थाना क्षेत्र के पते पर पंजीकृत ई-रिक्शा को ट्रैफिक पुलिस लाइन से 20 सितंबर तक ही क्यूआर कोड वितरित किया जाएगा। उसके बाद ट्रैफिक पुलिस काशी जोन में बगैर क्यूआर कोड मिलने वाले ई-रिक्शा के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करेगी।
काशी जोन में ई-रिक्शा के संचालन की नई व्यवस्था गत 10 सितंबर से प्रभावी हुई है। इसके लिए ई-रिक्शा संचालकों को उनके पते के आधार पर लाल, पीले, हरे और नीले रंग का क्यूआर कोड देकर निर्धारित रूट पर ही चलने की जानकारी ट्रैफिक पुलिस लाइन में दी जा रही है। क्यूआर कोड देने के लिए ट्रैफिक पुलिस लाइन में आठ काउंटर लगाए गए हैं। शनिवार को 600 ई-रिक्शा संचालकों ने क्यूआर कोड लिया। इस तरह से अब तक 1715 ई-रिक्शा संचालक क्यूआर कोड ले चुके हैं।
एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि काशी जोन में ई्र-रिक्शा के संचालन की नई व्यवस्था को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करना है। इसके लिए फिटनेस युक्त ई-रिक्शा के संचालक हर हाल में 20 सितंबर तक क्यूआर कोड ले लें और उसी के आधार पर चलें। उसके बाद ट्रैफिक पुलिस अभियान चलाकर कार्रवाई करेगी।
देहात का परमिट लेकर शहर में चल रहे ऑटो पर होगी कार्रवाई
देहात क्षेत्र का परमिट लेकर कई ऑटो शहर में चल रहे हैं। ऐसे ऑटो को सीज करने की कार्रवाई अब ट्रैफिक पुलिस करेगी। एडीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि यातायात पुलिस इसी हफ्ते से अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू करेगी। जिस ऑटो की परमिट जहां के लिए होगी और वह उससे अन्यत्र स्थान पर चलता मिलेगा तो सीज कर दिया जाएगा।
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