जम्मू कश्मीर विधानसभा में महाराजा हरि सिंह की जयंती पर अवकाश का मामला फिर गूंजा। विधान परिषद द्वारा पारित इस प्रस्ताव के पक्ष में विधायक आरएस पठानिया ने तर्क दिए तो निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद उनसे उलझ पड़े। नेशनल कांफ्रेंस के अली मोहम्मद सागर और मोहम्मद अकबर लोन ने भी पठानिया के वक्तव्य पर एतराज जताया।
सेना ने कश्मीर में नाकाम की आतंकी साजिश, भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुख्यमंत्री के अधीन गृह समेत अन्य विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा के क्रम में सदन में कई बार शोरगुल की स्थिति पैदा हुई। चर्चा के दौरान भाजपा विधायक चौधरी सुखनंदन कुमार और नेशनल कांफ्रेंस के मियां अल्ताफ के बीच भी तकरार हुई। भाजपा पर टिप्पणियों को लेकर सुखनंदन ने कहा कि वे सभी पक्षाें का विकास चाहते हैं।
‘पेलेट गन का इस्तेमाल अब तक बंद नहीं हुआ’
गुज्जरों के मामले पर विधायक जावेद राणा भी सुखनंदन से भिड़े। विधायक पवन गुप्ता ने भ्रष्टाचार का मामला उठाया। सुखनंदन ने कहा कि यह पूछा जाता है कि दिल्ली से क्या आया। दिल्ली सभी पक्षों की मदद करना चाहती है।
J&K: एलओसी पर ड्रग्स तस्करी के चार आरोपी गिरफ्तार
सुखनंदन के पक्ष में भाजपा के आरएस पठानिया और राजेश गुप्ता भी अपनी सीटों पर उठकर नेकां की आपत्तियों का विरोध जताने लगे। सुखनंदन ने झिड़ी मेले को पर्यटन मानचित्र पर लाने की मांग की। नेकां के मुबारक गुल ने कहा कि पेलेट गन का इस्तेमाल अब तक बंद नहीं हुआ है। हालात और बिगड़ सकते हैं।
इस क्रम में बीडीओ के ट्रांसफर के मुद्दे पर नेकां विधायक हाजी रशीद और विधि मंत्री अब्दुल हक खान के बीच नोकझोंक हुई। मंत्री ने सरकार का पक्ष रखा। विधायक ने कहा कि उनका दावा गलत हुआ तो वे इस्तीफा दे देंगे। डिप्टी स्पीकर नजीर गुरेज ने बार-बार वाकआउट की बन रही परंपरा को गलत ठहराया। विधायक मोहम्मद यूसुफ भट ने 2010 की हिंसा की जांच की मांग उठाई तो नेकां के देवेंद्र राणा ने उन्हें जांच करवाने की चुनौती दी।
‘जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा’
भाजपा विधायक सत शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में विदेशी लोगों के रहने पर भी आपत्ति जताई। सत शर्मा ने उपमुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए न्यायपालिका के इस्तेमाल के आरोप को गलत बताया। उन्होंने नोटबंदी के पक्ष में भी दलीलें दीं।
विधायक पवन गुप्ता ने कहा कि भाजपा अजित डोभाल के एजेंडे पर नहीं बल्कि कनफ्यूज्ड एजेंड पर चल रही है। भाजपा को पता ही नहीं चल रहा है कि कश्मीर पर क्या करना है। भाजपा इस बार नए अवतार में है। अगर रोहिंग्या और अन्य विदेशी आ रहे हैं तो इसे रोकना केंद्र का जिम्मा है।
उन्होंने चेतावनी दी कि इस बार गर्मियों में ज्यादा बड़ी हिंसा हो सकती है। सरकार को अभी से सचेत रहना चाहिए। इससे पहले आरएस पठानिया ने वन विभाग से संबंधित सवाल पर मंत्री लाल के जवाब से असंतुष्ट होकर वाकआउट किया। विधायक शक्ति राज परिहार और अन्य कई विधायकों ने चर्चा में हिस्सा लिया।