टीम इंडिया को 2000 के दौर में आक्रामक बनाने वाले पूर्व कप्तान ने विराट कोहली को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बताया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं। टीम इंडिया को जीतना सिखाने वाले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि विराट कोहली बढ़िया क्रिकेटर हैं। बेहतर बल्लेबाजी करते हैं। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। लेकिन अभी उन्हें सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए काफी लंबा रास्ता तय करना है। लॉर्ड्स टेस्ट: वेस्टइंडीज को 9 विकेट से हरा कर इंग्लैंड ने 2-1 से किया सीरीज पर कब्जा…..
विराट को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए गांगुली ने कहा कि तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए कोहली को काफी क्रिकेट खेलनी होगी। गांगुली ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर दो अलग-अलग पीढ़ियों के उम्दा बल्लेबाज हैं। दोनों के बीच एक पीढ़ी का अंतर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में घातक गेंदबाज नहीं है। लेकिन इससे विराट की बल्लेबाजी को कमतर नहीं आंका जा सकता। अगर विराट घातक गेंदबाजों का सामना नहीं कर पा रहे हैं तो यह विराट के हाथ में नहीं है।
गांगुली ने कहा कि अगले साल ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड का दौरा काफी कठिन होगा। वहां विराट कोहली के लिए नई चुनौतियां होंगी। टीम इंडिया अब मजबूत हो गई है। श्रीलंका में 9-0 की जीत एक संकेत है कि टीम इंडिया अब विदेश में बेहतर प्रदर्शन करने की पूरी काबिलियत रखती है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में हाल ही में वन डे सीरीज में विराट कोहली ने लगातार दो शतक लगा वन डे में अपने शतकों की संख्या 30 कर दी है। विराट ने अब इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग की बराबरी कर ली है। अब उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं। जिनके वन डे में 49 शतक हैं। विराट ने महज 186 पारियों में ही 30 शतक जड़ दिए हैं। रिकॉर्ड धारी सचिन तेंदुलकर से 81 पारी पहले ही विराट ने इतने शतक ठोंक दिए हैं।
विराट कोहली जिस तरह से खेल रहे हैं उससे लगता है कि वह सचिन के वन डे के शतकों के रिकॉर्ड को आगामी तीन-चार सालों में तोड़ सकते हैं। क्रिकेट जगत में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को भी तोड़ सकते हैं। विराट कोहली के अभी 47 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। विराट कोहली टी-20 में भी तेज बल्लेबाजी करते हैं। उन्होंने कहा भी है कि वह फिट रहे तो आगामी 8 से 10 साल और क्रिकेट खेल सकते हैं। लिहाजा सचिन के 100 शतकों के शिखर तक विराट के पहुंचने की उम्मीद की जा सकती है।